संवाददाता, पटना पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में निर्माण कार्यों के लिए इंजीनियरिंग सेल बनाने की कार्ययोजना बन रही है. इसका मकसद विभाग में इंजीनियरों की बहाली कर सड़क, पानी टंकी सहित निर्माण संरचनाओं का बेहतर निर्माण करना है. फिलहाल विभाग में संरचनाओं के एस्टीमेट बनाने से लेकर निर्माण तक का काम वहां के अधिकारी और कर्मचारी ही करते हैं. इसके साथ ही विभाग में इको टूरिज्म विकसित करने से लेकर प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण को बेहतर करने सहित विभाग में अधिकारियों व कर्मियों की कमी दूर करने की कार्ययोजना पर काम हो रहा है. एक महीने में प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग ग्रुप का गठन किया जायेगा. यह जानकारी विभाग के नये अपर मुख्य सचिव आनंद किशोर ने मंगलवार को दी. उन्होंने कहा कि विभाग की बेहतरी के लिए नये विजन और नये आइडिया की तलाश की जा रही है. अपर मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण करने के बाद आनंद किशोर एक्शन मोड में दिखे. वे विभाग के अलग-अलग स्टेक होल्डरों के साथ बैठक कर विभाग की बेहतरी के लिए काम करने में जुटे रहे. इसी दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत कर विभाग की बेहतरी के लिए सुझाव मांगे. आनंद किशोर ने कहा कि विभाग में दैनिक मजदूरी पर बड़ी संख्या में लोग काम कर रहे हैं, इस बारे में भी सोचा जायेगा. जंगल के बेहतर प्रबंधन में आइटी का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे गलत तत्वों पर अंकुश लगायी जा सकेगी. मॉडल पार्क विकसित किये जायेंगे. वेटलैंड को भी विकसित किया जायेगा. पटना जू और नेशनल डॉल्फिन रिसर्च इंस्टीट्यूट सहित मुंगेर के फॉरेस्ट्री कॉलेज को भी बेहतर किया जायेगा. हालांकि सभी योजनाएं फिलहाल विचारधीन हैं, सरकार की मंजूरी के बाद इनको लागू किया जायेगा.
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