Election Commission: भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए “चुनावी फर्जीवाड़े” के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें लोकतंत्र के खिलाफ साजिश करार दिया है.
पार्टी नेताओं ने एक सुर में कहा कि विपक्ष जब हार की ओर बढ़ता है, तब संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाकर भ्रम फैलाने की कोशिश करता है. रविशंकर प्रसाद से लेकर धर्मेंद्र प्रधान और ऋतुराज सिन्हा तक सभी ने राहुल गांधी के बयान को लोकतांत्रिक प्रणाली और जनता की समझदारी का अपमान बताया.
रविशंकर प्रसाद का तीखा हमला
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, “राहुल गांधी की टिप्पणी गैर-जिम्मेदाराना और बेशर्मी से भरी है. वो चुनाव आयोग को धोखेबाज कहकर जनता के फैसले और लोकतंत्र का मज़ाक उड़ा रहे हैं. मोदी जी के नेतृत्व में देश ने प्रगति की है, जनता ने ईमानदारी को वोट दिया है—उसे फर्जीवाड़ा कहना अपमानजनक है.”
उन्होंने आगे कहा, “जो खुद मानहानि मामलों में जमानत पर हैं, वो दूसरों को दोषी ठहरा रहे हैं.”
धर्मेंद्र प्रधान बोले – “विवेकपूर्ण फैसले का अपमान”
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि “वो चुनाव आयोग पर हमला कर लोगों के विवेकपूर्ण निर्णय का अपमान कर रहे हैं.”
नितिन नवीन का बयान
बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने राहुल गांधी के आरोपों को निराधार और लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया। उन्होंने कहा: “कांग्रेस जब हारती दिखती है, तो बौखलाहट में अनर्गल बयानबाज़ी शुरू कर देती है. चुनाव आयोग उन्हीं राज्यों में ठीक लगता है, जहाँ इनकी सरकार बनती है.”
ऋतुराज सिन्हा का पलटवार
भाजपा राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा, “हर चुनाव से पहले विपक्ष एक नया शिगूफा लाता है. तेजस्वी यादव ने वोटर लिस्ट पर सवाल उठाया, अब राहुल गांधी चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं. मतदाता सूची पर सवाल उठाने वालों की मंशा ही संदेह के घेरे में है.”
उन्होंने मतदाताओं से जातिवाद से ऊपर उठकर वोट देने की अपील की और “बेहतर बिहार संवाद” कार्यक्रम में 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की बात भी दोहराई.

