बिहटा. आइआइटी थाना क्षेत्र स्थित राजपुर गांव से जमीन विवाद से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि 13 कट्ठा जमीन हड़पने के लिए वृद्ध त्रिभुवन मिस्त्री निवासी महेंद्र नगर, नया टोला, थाना रानीतालाब) की गला दबाकर हत्या कर आनन-फानन में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. मृतक के परिजन धर्मेंद्र शर्मा ने थाने में आवेदन देकर आरोप लगाया है कि उनके पिता के मामा त्रिभुवन मिस्त्री को उनके ही छोटे भगिना छोटेलाल शर्मा उर्फ अजीत शर्मा इलाज के बहाने अपने राजपुर स्थित घर ले गये. वहीं जबरन जमीन का कागजात लिखवाया गया और बाद में उनकी हत्या कर दी गयी. धर्मेंद्र का आरोप है कि हत्या के बाद शव का दाह संस्कार बिना परिजनों को बताये कर दिया गया. आवेदन में छोटेलाल शर्मा के साथ उनके दोनों बेटे पुनवासी कुमार और निरहुआ को भी आरोपी बनाया गया है. आवेदनकर्ता धर्मेंद्र ने यह भी बताया कि घटना के दिन उन्होंने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. इधर, पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम और सबूतों के अभाव में मामले की गंभीरता से तहकीकात की जा रही है.
आरोपियों का पक्ष का बयान :
आरोपित छोटेलाल शर्मा ने इस मामले को पूरी तरह बेबुनियाद और साजिश करार दिया है. उनका कहना है कि त्रिभुवन मिस्त्री की मौत बीमारी के कारण स्वाभाविक रूप से हुई थी. वे बीमार थे और परिवार के लोगों की सहमति से उनका अंतिम संस्कार किया गया. जमीन लिखवाने या हत्या करने का आरोप पूरी तरह झूठा और मनगढ़ंत है. मृत्यु के करीब एक सप्ताह पूर्व खुद वो दूसरे को जमीन रजिस्ट्री की थी. उन्होंने कहा कि दोनों भाई से पुराना संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है इसलिए हमलोग को फंसाने की कोशिश की जा रही है. वहीं इस संबंध में आइआइटी थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में आवेदन प्राप्त हुआ है. हर बिंदु पर जांच पड़ताल की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

