पटना जिले में एक ओर जहां स्वाइन फ्लू (एच1एन1 ) अपना असर दिखा रहा है, तो दूसरी ओर कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है. पिछले 24 घंटे के अंदर जिले में आठ नये कोरोना के मरीज मिले हैं, जबकि एक मरीज में स्वाइन फ्लू का संक्रमण मिला है.
खतरे से बाहर कोविड के मरीज
नये कोरोना मरीजों में सबसे अधिक छह पटना के हैं, जबकि भोजपुर व सीतामढ़ी जिले का एक-एक मरीज है. पीएमसीएच व आरएमआरआइ लैब की जांच में इन सभी मरीजों में कोविड वायरस की पुष्टि हुई है. हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि सभी मरीजों में कोविड के कोई खास लक्षण नहीं मिला है, सभी मरीज खतरे से बाहर हैं.
अब तक स्वाइन फ्लू के 77 सैंपलों की जांच
इधर अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान में हुई जांच में 35 वर्षीय युवक स्वाइन फ्लू (एच1एन1) पॉजिटिव मिला. वह संदलपुर का रहने वाला है. संस्थान के निदेशक डॉ कृष्णा पांडे ने बताया कि जांच के लिए मंगलवार को तीन सैंपल आये थे, जिनमें एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. संस्थान में अब तक 77 सैंपलों की जांच हुई है. स्वाइन फ्लू के आठ मरीजों का इलाज हो रहा है.
कोरोना की जांच का दायरा बढ़ेगा
पटना जिले में कोरोना के संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए कोविड की सघन जांच की कवायद शुरू होने जा रही है. इसको लेकर शासन ने जिले में रोजाना 5500 नमूनों की जांच करने का लक्ष्य दे दिया गया है. इसमें एंटीजन किट से तीन हजार नमूनों की जांच होगी, जबकि आरटीपीसीआर से 2500 नमूनों की जांच की जायेगी.
एंटीजन किट से होगी जांच
सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने बताया कि कोरोना की जांच के लिए मेडिकल टीम को निर्देश जारी कर दिया गया है. सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पतालों में डॉक्टर, स्टॉफ, नर्स, लैब टेक्नीशियन, वार्ड ब्वॉय को सैंपल इकट्ठा कर रिपोर्ट को आरएमआरआइ व पीएमसीएच भेजने को कहा गया है. इसके साथ ही पीएचसी, सीएचसी, अनुमंडलीय अस्पतालों की ओपीडी में सर्दी, खांसी, बुखार का इलाज कराने पहुंचे मरीजों की कोरोना संक्रमण की जांच करायी जायेगी. यह जांच एंटीजन किट से की जायेगी. इसको लेकर आदेश जारी किये गये हैं. साथ ही इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण वाले मरीजों की प्राथमिका पर कोविड जांच होगी.