25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सीएम की प्राथमिकता में शिक्षा सबसे आगे : सम्राट

गांधी मैदान में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बीपीएसएसी से चयनित शिक्षकों के नियुक्त होने के बाद से बिहार में अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित हो गयी है.

संवाददाता, पटना

गांधी मैदान में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बीपीएसएसी से चयनित शिक्षकों के नियुक्त होने के बाद से बिहार में अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित हो गयी है. मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शिक्षा है. इसलिए शिक्षा का बजट लगातार बढ़ रहा है. इस साल 60 हजार करोड़ पार कर गया है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शिक्षकों से अपील कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में खासतौर पर गरीब बच्चों को पढ़ाएं. आप लोग ही भविष्य का विकसित बिहार बना सकते हैं. कहा कि जितना काम सीएम नीतीश कुमार ने किया, उतना किसी और सीएम ने नहीं किया है. 2005 के बाद इन्होंने आठ लाख नौकरी दी. 2020 में 10 लाख नौकरी दी. हालिया बजट में मुख्यमंत्री ने 50 लाख नौकरी देने का वादा किया है. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि किसी भी अन्य सरकारी सेवा से अधिक जवाबदेह शिक्षा सेवा होती है. इसलिए शिक्षकों की भूमिका खास बन जाती है.

समारोह में प्रदेश के जल संसाधन व संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने राजद का नाम लिये बना उस पर जबरदस्त कटाक्ष किया. कहा कि कि प्रदेश में सबसे ज्यादा शिक्षक नियुक्तियां उस समय हुई, जब उनके शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग के दफ्तर आना बंद कर दिया था. अब हो रही नियुक्तियों में श्रेय लेने के लिए वह लोग खासे परेशान हैं. कहा कि उनके शिक्षा मंत्री ने शिक्षक नियुक्ति की नियमावली पर भी सहमति व्यक्त नहीं की थी. उन लोगों के शासनकाल में बीपीएससी के चेयरमैन भी अनियमितता के फेर में जेल जाते थे. श्री चौधरी ने शिक्षकों से अपील की आप लोग बेहतर ढंग से पढ़ाइए. यही आप लोगों से उम्मीदें हैं.

शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि राज्य में अब छह लाख से अधिक शिक्षक हो चुके हैं. उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि आप लोग पूरे मनोयोग से पढ़ाइए, ताकि हमारे राज्य के बच्चे बेहतर नागरिक बन सकें. कहा कि शिक्षा के जरिये ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है. इस बार आप लोगों की होली रंग -बिरंगी रहेगी. इससे पहले प्रदेश के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने स्वागत भाषण के दौरान कहा कि शिक्षक केवल शिक्षण कार्य तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे गुरु और मार्गदर्शक के रूप में भी समाज को दिशा देते हैं. डॉ सिद्धार्थ ने बदलती शिक्षा प्रणाली के संदर्भ में शिक्षकों को प्रेरणा का स्रोत बनने के लिए प्रोत्साहित किया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें