Durga Puja 2025: पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर लगभग 3300 वर्गफीट में बनने वाले इस पंडाल की ऊंचाई 60 फीट और चौड़ाई 55 फीट होगी. पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष उमेश सिंह चंद्रवंशी ने बताया कि पंडाल का डिज़ाइन जगन्नाथपुरी मंदिर जैसा बनाया जा रहा है. इसके निर्माण में पश्चिम बंगाल के मधुपुर से आए कारीगर थर्मोकोल से सजावट कर रहे हैं. पूरे पंडाल को तैयार करने में करीब 12 लाख रुपए का खर्च आने का अनुमान है.
हर दिन लगभग 40 किलो बनेंगे भोग-प्रसाद
अध्यक्ष ने यह भी बताया कि पटना में यह पहली पूजा समिति है, जहां मां दुर्गा के साथ भैरवनाथ की पूजा भी होती है. इसके अलावा माता लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश और कार्तिकेय की प्रतिमाओं का सेट भी विशेष रूप से बनाया जा रहा है. पूजा के दौरान सप्तमी से नवमी तक हर दिन लगभग 40 किलो भोग-प्रसाद श्रद्धालुओं में बांटा जाएगा.
खास होते हैं पटना के पूजा पंडाल
पटना में दुर्गा पूजा बड़े ही खास तरीके से मनाई जाती है. यहां अलग‑अलग पूजा समितियां भव्य पंडाल बनाकर मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना करती हैं. कई जगहों पर मंदिर जैसी सजावट, रोशनी और रंग-बिरंगे मंच तैयार किए जाते हैं. सप्तमी से नवमी तक भोग‑प्रसाद का वितरण होता है और बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं. विशेष रूप से बोरिंग रोड जैसे इलाकों में पूजा को भव्य रूप दिया जाता है, जहा परंपरा, भक्ति और उत्सव का अनोखा मेल देखने को मिलता है. यह शहर की सांस्कृतिक पहचान का अहम हिस्सा बन चुका है.

