संवाददाता,पटना विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सरकार के विकास को घेरते हुए कहा कि आप रटा- रटाया टेप नहीं बजाइये. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में (2005-2025 तक) बजट आकार में साढ़े नौ गुनी ही वृद्धि हुई है. ठीक इसी तरह से राजद शासनकाल (1990-2005) तक बजट आकार में साढ़े नौ गुनी वृद्धि दर्ज की गयी थी. ऐसे में इस सरकार ने कौन- सा तीर मार लिया है. विरोधी दल के नेता सोमवार को विधानसभा में सरकार द्वारा रखे गये बिहार विनियोग (संख्या-2) विधेयक, 2025 पर अभिभाषण दे रहे थे. तेजस्वी ने बताया कि आजादी के बाद 1952-53 में बिहार सरकार का बजट 30 करोड़ का था. लालू प्रसाद की सरकार का वर्ष 1990-91 का बजट तीन हजार करोड़ का था. जब राजद सत्ता से बाहर गया, तो उस समय (वर्ष 2005) में बिहार का बजट बढ़ाकर 28 हजार करोड़ किया था. उन्होंने सरकार से पूछा कि राज्य सरकार का राजस्व 39 हजार करोड़ कैसे बढ़ा है? अगर बजट बढ़ा है तो शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन देने का पैसा क्यों नहीं है. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में कर्ज तीन लाख 19 हजार करोड़ है, जो प्रति व्यक्ति 25 हजार है.
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