संवाददाता, पटना
47 फीसदी अधिक मानव दिवस का हुआ सृजन
ग्रामीण विकास विभाग की ओर से बताया गया है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 25.05 करोड़ मानव दिवस सृजित किया गया. मानव दिवस सृजन में राज्य की यह अब तक की सर्वाधिक उपलब्धि है. राज्य के लिए स्वीकृत श्रम बजट 17 करोड़ मानव दिवस की तुलना में 47 फीसदी अधिक मानव दिवस का सृजन किया गया. राज्य में कुल 147.35% मानव दिवस सृजित किया गया. इसमें 55.11% फीसदी महिलाओं की भागीदारी रही. जबकि 21.72% एससी-एसटी वर्ग की भागीदारी हुई. बताया गया कि बीते वर्ष में अपूर्ण समेत कुल 12.74 लाख योजनाओं पर कार्य किये गये. इसमें कुल 4.60 लाख कार्यों को पूर्ण किया गया. बीते वित्तीय वर्ष मनरेगा में 8489 करोड़ हुए खर्चवित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य में मनरेगा अंतर्गत कुल 8489.75 करोड़ रुपये का व्यय हुआ. 2157.78 करोड़ तथा प्रशासनिक मद में कुल 390.44 करोड़ रुपेव्यय किया गया. अकुशल मजदूरी मद में कुल 5941.54 करोड़ रुपये खर्च हुए.
इस साल 21 करोड़ मानव दिवस सृजन का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए केंद्र सरकार ने 21 करोड़ मानव दिवस का श्रम बजट स्वीकृत किया है. बीते वर्ष के स्वीकृत श्रम बजट की तुलना में 23.53% अधिक है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अकुशल मजदूरी मद में कुल 2102.25 करोड़ रुपये का केंद्रांश विमुक्त किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है