राणा गौरी शंकर, मुंगेर: बिहार के मुंगेर जिले के जमालपुर स्थित भारतीय रेल यांत्रिक एवं विद्युत अभियंत्रण संस्थान ( इरिमी) को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को ये ऐलान किया. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव शुक्रवार को बिहार के मुंगेर आए जहां जमालपुर रेल कारखाना के इरिमी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम को उन्होंने संबोधित किया.
विश्वस्तरीय संस्थान में होगी ये पढ़ाई..
रेल कारखाना जमालपुर में रेल मंत्री ने कई योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया तथा रेल कर्मियों से मिलकर बातचीत की. वहीं रेलमंत्री ने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है. इस विश्वस्तरीय संस्थान में वेल्डिंग, हाइड्रॉलिक्स, न्यूमेटिक्स एवं मेकेटोनिक्स ब्रांच की पढ़ाई होगी. इसके विकास पर रेल मंत्रालय 350 करोड़ रुपए खर्च करेगा.
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गैर रेलकर्मियों को भी इरिमी में मिलेगा प्रशिक्षण
कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा ने भी संबोधित किया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जमालपुर के इस भारतीय रेल यांत्रिक एवं विद्युत अभियंता संस्थान में न सिर्फ रेलकर्मियों को बल्कि क्षेत्र के युवाओं को भी पढ़ने व प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी.

अगले साल से लागू होगी व्यवस्था
रेल मंत्री ने घोषणा किया कि अगले वर्ष 2026 से इस संस्थान में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी. इसके लिए गतिशक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति को एक माह के अंदर यहां भेजा जाएगा. वे इस बात का अध्ययन कर व्यवस्था करेंगे कि किस प्रकार इस क्षेत्र के नौजवानों को भी रेलवे के इस संस्थान में पढ़ाई व प्रशिक्षण की व्यवस्था हो सके.

सांसद ललन सिंह के सुझाव पर मिली सौगात
रेलमंत्री ने इसके लिए स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने इस प्रकार के सुझाव दिए. जिससे गैर रेलकर्मी भी अब इस संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त कर पाएंगे. रेल मंत्री ने कहा कि यह संस्थान विकसित भारत के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. जिसमें पढ़कर यहां के युवा देश और विदेश के विभिन्न बड़े संस्थानों में काम करने का गौरव प्राप्त करेंगे.
