संवाददाता, पटना : बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रांगण में मंगलवार को अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार पर एक इंटरैक्टिव सेशन का आयोजन किया गया. इसमें उपमुख्यमंत्री-सह-वित्त, वाणिज्यकर मंत्री सम्राट चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि जीएसटी की दरों में कमी उपभोग को बढ़ायेगी, जिससे भविष्य में राजस्व की भरपाई हो सकेगी. बिहार एक उपभोग-प्रधान राज्य है, इसलिए इसका लाभ यहां अधिक मिलेगा. उन्होंने बताया कि 22 सितंबर से सभी इनवॉइस नयी दरों पर जारी होंगे. चैंबर अध्यक्ष सुभाष कुमार पटवारी ने स्वागत भाषण में कहा कि जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में 12% और 28% टैक्स स्लैब को हटा कर केवल दो स्लैब 5% और 18% का प्रावधान किया जाना एक ऐतिहासिक निर्णय है. उन्होंने इसे आम उपभोक्ताओं और उद्यमियों दोनों के लिए राहतकारी कदम बताया और प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और राज्य सरकार का आभार प्रकट किया. पूर्व अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने इसे 40 साल बाद कर सुधार का सबसे बड़ा कदम बताया. वहीं, विधायक संजीव चौरसिया ने कहा कि इस सुधार की जानकारी निचले स्तर तक पहुंचाने के लिए पूरे बिहार में 75 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. मौके पर चैंबर के उपाध्यक्ष आशीष शंकर, महामंत्री पशुपति नाथ पांडेय, पूर्व उपाध्यक्ष मुकेश जैन, एनके ठाकुर, राजेश जैन, सुनील सर्राफ,अजय गुप्ता, अखिलेश कुमार, अशोक कुमार, विनोद कुमार सहित कई उद्योगपति और सदस्य मौजूद रहे. बिहार चैंबर के शताब्दी वर्ष के लोगो का हुआ अनावरण पटना. बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के शताब्दी वर्ष समारोह की शुरुआत मंगलवार को औपचारिक लोगो के अनावरण से हुई. उपमुख्यमंत्री-सह-वित्त, वाणिज्यकर मंत्री सम्राट चौधरी ने चैंबर प्रांगण में प्रतीक चिह्न का विमोचन किया. चैंबर अध्यक्ष सुभाष कुमार पटवारी ने बताया कि नौ सितंबर, 1926 को स्थापित चैंबर की स्थापना की गयी थी.
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