Bihar News: पटना. बिहार में इस वित्तीय वर्ष 3583 डेयरियां खुलेगी. इस पर राज्य सरकार की ओर से 48 करोड़ 48 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे. इन डेयरियों के खुलने से बिहार के लगभग 60 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. डेयरी खोलने के लिए दो, चार, दस और 20 उन्नत किस्म की गायें दी जायेगी. सामान्य, एससी, एसटी और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा. 15-15 गायों की दो-दो डेयरियां राज्य के सभी जिलों मे खुलेगी. जबकि 20-20 गायों की एक-एक डेयरियां सभी जिलों में खुलेगी.
50 से 75 फीसदी अनुदान
दो गायों की डेयरी खोलने पर प्रति यूनिट 1 लाख 74 हजार रुपये खर्च आयेंगे. दो-दो गायों की 1798 डेयरियां सभी वर्गों के लिए खुलेगी. इस पर 50 फीसदी सब्सिडी मिलेगी, जबकि 295 अत्यंत पिछड़ा वर्ग, 613 एसी व 344 डेयरियां एसटी वर्ग के लिए रिजर्व है. इन वर्गों को 75 फीसदी सब्सिडी के रूप मिलेगी, जबकि चार गायों की डेयरी खोलने पर प्रति यूनिट तीन लाख 90 हजार चार सौ रुपये लागत आयेगी. इसमें सभी वर्गों के लिए 359 और अत्यंत पिछडे वर्ग के लिए 60 डेयरियां खुलेगी. सभी वर्गों को 50 फीसदी और अत्यंत पिछड़ा वर्ग को 75 फीसदी अनुदान मिलेगा.
इन डेयरियों पर 40 प्रतिशत अनुदान
विभागीय जानकारी के अनुसार 15 गायों की डेयरी पर पति यूनिट 15 लाख रुपये खर्च आयेंगे. इस श्रेणी में सभी वर्गों के लिए 76 डेयरियां खुलेगी, जबकि 20 गायों की डेयरी खोलने मे प्रति यूनिट 20 लाख 22 हजार खर्च आयेंगे. इन दोनों श्रेणियों की डेयरियां सभी वर्गों के लिए है. सरकार का मानना है कि इस योजना से बिहार में श्वेत क्रांति को एक नयी जान मिलेगी और गौपालकों के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे.
Also Read: Bihar Land: बिहार में रिजर्व फैसले का चल रहा खेला, सुनवाई खत्म कर मामला लटका रहे DCLR