Bihar News: पटना. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आई लव मोहम्मद जैसे नारों से असहमती जतायी है. उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में सभी को अपने अपने धर्म की बात करने का अधिकार दिया है, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं होनी चाहिए जिससे धार्मिक उन्माद पैदा हो. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक जीतनराम मांझी ने कहा कि आई लव मोहम्मद से सांप्रदायिकता की बू आती है. ऐसे नारों पर तत्काल रोक लगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ईश्वर तक पहुंचने के कई रास्ते हैं, हमें हर धर्म का सम्मान करना चाहिए. धार्मिक उन्माद से कोई बात नहीं बनती है.
औवेसी की पार्टी ने दिया है यह नारा
पिछले दिनों आई लव मोहम्मद के नारे लगने के बाद बिहार के अररिया में भारी बवाल हुआ था. भाजपा इसके विरोध में है तो ओवैसी की पार्टी समर्थन में है. किशनगंज में ओवैसी ने कहा कि इसमें गलत क्या है. मोहब्बत का विरोध किया जा रहा है तो मुगल-ए-आजम की तरह मोहब्बत जिंदाबाद का नारा बुलंद किया जाएगा. ओवैसी के बयान के बाद मुजफ्फरपुर आए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के कार्यक्रम में मंच पर आई लव शक्ति के पोस्टर लगाए गए.
पटना में भी हुए प्रदर्शन
रविवार को कौमी एकता मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में लोग शहर के प्रमुख स्थल कारगिल चौक पर इकट्ठा हुए और विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों के हाथों में ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे पोस्टर और बैनर थे. आंदोलनकारियों का कहना है कि यह आंदोलन मूल रूप से पैगंबर मोहम्मद साहब के प्रति प्रेम और सम्मान व्यक्त करने के लिए शुरू हुआ था. हालांकि हाल के दिनों में यह कई जगहों पर पुलिस कार्रवाई और रोक-टोक के विरोध में बदल गया है.

