Bihar News: पटना. बिहार के लोग मानसिक रूप से देश में सबसे मजबूत हैं. यह दावा आत्महत्या से जुड़े आंकड़ों के जारी होने के बाद किया जा रहा है. देश में दर्ज आत्महत्या दर में बिहार की अलग तस्वीर देखने को मिल रही है. 2023 की रिपोर्ट का सबसे चौंकाने वाला पहलू यही रहा है. आत्महत्या से जुड़े आंकड़े बताते हैं कि बिहार लोग देश में सबसे कम आत्महत्या करते हैं. वैसे बिहार में भी आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी भी राष्ट्रीय औसत के मुकाबले बिहार काफी नीचे हैं.
आत्महत्या दर राष्ट्रीय स्तर पर सबसे नीचे
NCRB के ताजा आंकड़े बताते हैं कि पूरे देश में 2023 में आत्महत्या से 1.53 लाख मौतें हुईं. बिहार में यह संख्या बहुत कम दर्ज हुई. 2022 में बिहार में केवल 702 मामले दर्ज हुए थे, जो राष्ट्रीय औसत के मुकाबले बेहद कम थे. 2023 में भी स्थिति लगभग वैसी ही रही. बिहार में एक हजार का आंकड़ा नहीं छू पाया. ताजा रिपोर्ट भी यह बता रहा है कि बिहार का आत्महत्या दर राष्ट्रीय स्तर पर सबसे नीचे है.
छात्र आत्महत्या के केस बेहद कम
देशभर में आमतौर पर आत्महत्या करनेवालों में बेरोजगार, आर्थिक संकट से घिरे लोग और किसान-मजदूर वर्ग से आनेवाले ही अधिक रहे है. 2023 के राष्ट्रीय रिपोर्ट में किसानों और दैनिक मजदूरों की आत्महत्या का प्रतिशत काफी दर्ज हुआ, लेकिन इसी साल छात्रों की आत्महत्या में तेजी से बढ़ोतरी देखी गयी जो चिंता का कारण है. राष्ट्रीय स्तर पर छात्र आत्महत्या का प्रतिशत तेजी से बढ़ रहा है. बिहार के आंकड़े इस तस्वीर से मेल नहीं खाते. 2022 और 2023 दोनों में बिहार में छात्र आत्महत्या के केस बेहद कम दर्ज हुए.

