अमिताभ कुमार, शिवहर/ Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर बड़े चेहरे सक्रिय हो गए हैं. हर कोई अपनी एड़ी चोटी का जोर लगाकर अपने तरीके से प्रचार कर रहा है. ऐसे में शिवहर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी संजय संघर्ष सिंह के प्रचार प्रसार का तरीका सबसे अलग और चौंकाने वाला है. वे खुद को जंजीरों में जकड़ रखा है. अपने आप को जंजीरों में जकड़कर प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी. इसके साथ ही घर घर जाकर इसी हालत में लोगों से वोट मांगते दिखाई दिए.
मैं चुनाव नहीं लड़ रहा हूं, यह लड़ाई पुल निर्माण की है: संजय संघर्ष सिंह
बेड़ियों में जकड़े इस प्रत्याशी का कहना है कि वह बागमती नदी के अदौरी खोरी पाकड़ घाट पर पुल निर्माण को लेकर ही वह चुनाव मैदान में उतरे हैं. उन्हें चुनाव चिह्न जंजीर मिला है. संजय संघर्ष सिंह अपने चुनाव चिह्न जंजीर का प्रचार करने के लिए लोगों के बीच जा रहे हैं. उनका कहना है कि यदि वे जीत जाते हैं तो पुल का निर्माण होगा. पिछले चुनाव में वे उम्मीदवार थे, उस वक्त भी जंजीर चुनाव चिन्ह मिला था. इसके साथ ही पुल निर्माण के लिए पिछले कई वर्षों से दाढ़ी भी बढ़ा रखी है. जब तक पुल निर्माण नहीं होगा तब तक दाढ़ी और चुनाव लड़ना नहीं छोड़ेंगे.
एनडीए के घटक दल कर रहे सामूहिक प्रचार
बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार को लेकर एक विशेषता दिख रही है. एनडीए घटक दल के लगभग प्रत्येक उम्मीदवार केवल अपने दल नहीं, बल्कि एनडीए के स्टार प्रचारक की मांग कर रहे हैं. ऐसे में पार्टी की तरफ से भी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार के लिए एनडीए नेताओं को भेजने की व्यवस्था की जा रही है. ऐसे में लगभग प्रत्येक दिन पार्टी कार्यालयों में एनडीए के को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक हो रही है. इस बैठक के माध्यम से स्टार प्रचारकों का कार्यक्रम उम्मीदवारों के लिए तय किया जाता है. इसमें भाजपा, जदयू, लोजपा (रा), हम और रालोमो के नेता शामिल हैं.

