कहा, पीके बताएं पाटलिपुत्र कालोनी में 32 करोड़ की जमीन कहां से खरीदी संवाददाता,पटना उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘नौसिखिया’ नेता बताया. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर को न तो बिहार की राजनीति की गहराई समझ में आती है और न ही जनता की नब्ज का अंदाजा है. सबका हिसाब होगा, समय है, जनता तय करती है, जनता हिसाब देगी, जनता फिर से एनडीए की सरकार बनायेगी. डिप्टी सीएम सोमवार को अपने समकक्ष विजय सिन्हा के साथ एक धार्मिक कार्यक्रम में जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर द्वारा उनके ऊपर 1995 के तारापुर हत्याकांड और शिल्पी -गौतम हत्याकांड में शामिल होने के आरोपों पर अपना पक्ष रख रहे थे. उपमुख्यमंत्री ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के आरोप पर कहा कि 1995 में हमें जेल में डाला दिया.हमारे परिवार के 22 लोग जेल में थे. नीतीश कुमार ने सात किलोमीटर पैदल चलकर मेरे लिए विरोध प्रदर्शन किया, मानवाधिकार आयोग ने बिहार की तत्कालीन लालू प्रसाद सरकार के खिलाफ कार्रवाई की. सम्राट चौधरी ने कहा कि 1995 में हमें और हमारे परिवार को प्रताड़ित किया गया था. लालू प्रसाद के गुंडों और पुलिस ने हमारे अनाज में, घर के कुएं में पेशाब कर दिया था. मेरे घर के 22 लोगों को जेल में डाल दिया गया था. उस समय नीतीश कुमार ने सात किलोमीटर पैदल चलकर मेरे समर्थन में आंदोलन किया था. मानवाधिकार आयोग ने लालू सरकार पर कार्रवाई की और मेरे परिवार को पेनाल्टी दिलवायी थी. शिल्पी- गौतम हत्याकांड को लेकर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच सीबीआइ ने की थी और हमलोगों का इससे कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस राकेश का नाम लिया जा रहा है, वह हाजीपुर का रहने वाला है. जो आरोप लगा रहा है, उसने देश को लूटकर कमाई की है. प्रशांत किशोर की संपत्ति और कमाई पर भी सम्राट चौधरी ने सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर कहते हैं कि उन्हें 241 करोड़ रुपये फीस मिली. जब वे राजनीति में नहीं थे, तब यह पैसा क्यों नहीं मिला. अब राजनीति में आये हो तो हिसाब देना होगा.
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