संवाददाता, पटना
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि विभागीय समीक्षा में जानकारी मिली है कि पथ निर्माण विभाग में मुख्य अभियंता के कुल 18 स्वीकृत पदों में से वर्तमान में आठ पद रिक्त हैं. कुछ पदाधिकारी अतिरिक्त प्रभार में भी हैं. अधीक्षण अभियंता के कुल स्वीकृत 71 पदों के विरुद्ध भी 18 पद रिक्त हैं. कार्यपालक अभियंता के कुल स्वीकृत 273 पदों के विरुद्ध 105 पद रिक्त हैं. पिछले दो-तीन महीने में वरीय पदों पर कार्यरत कई पदाधिकारी सेवानिवृत्त हुए हैं ,जिससे विभागीय कार्य की गति प्रभावित हो रही है. उन्होंने बताया कि कनीय अभियंता के पदों पर एक साथ लगभग 500 नियुक्तियां हुई हैं, जिससे विभाग की कार्य क्षमता बढ़ी है.
पदाधिकारियों के कामकाज की हो रही समीक्षा
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि गैर संवर्गीय पदों पर पदस्थापित पदाधिकारियों के कार्यों की समीक्षा भी की जा रही है. बहुत सारे पदाधिकारी बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड और बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड में कई वर्षों से पदस्थापित हैं. उनके कार्यों की भी समीक्षा की जा रही है. समीक्षा के आधार पर उन्हें गैर संवर्गीय पदों पर बनाये रखने अथवा उनके स्थान पर पथ निर्माण विभाग से दूसरे पदाधिकारियों की सेवा उपलब्ध कराये जाने पर भी विचार किया जा रहा है.
सभी विभागों में हो रही हैं नियुक्तियां
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सभी विभागों में नियुक्तियां हो रही हैं. मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा से विकसित बिहार का मार्ग प्रशस्त हो रहा है. दूसरी ओर , इंडी गठबंधन के लोग जातिवाद और भष्ट्राचार की राजनीति में व्यस्त हैं. दिल्ली चुनाव के परिणाम से यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार में भी एनडीए गठबंधन 225 सीटों पर विजय के लक्ष्य को प्राप्त करेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है