संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय के लॉ कॉलेज में बीबीए एलएलबी पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स में 180 सीटों पर नामांकन की स्वीकृति राजभवन की ओर से दे दी गयी है. इसके साथ ही एलएलएम में 60 सीटों पर नामांकन की स्वीकृति दे दी गयी है. वर्ष 1964 से 2020 तक एलएलएम में 20 सीटों पर ही नामांकन होता था. लेकिन राजभवन से स्वीकृति मिलने के बाद एलएलएम में 60 सीटों पर नामांकन होगा. लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रो योगेंद्र वर्मा ने बताया कि एलएलएम सीटों की संख्या बढ़ाने को लेकर 2022 में ही प्रोपोजल दिया गया था. राजभवन की ओर से एलएलबी बैचलर्स ऑफ लॉ में भी अब सीबीसीएस सिस्टम के तहत पाठ्यक्रम आरंभ किया जायेगा. पहले इस कोर्स में सिंपल डिग्री मिलती थी. अब एलएलबी के विद्यार्थियों को ऑनर्स की डिग्री मिलेगी. इसके साथ ही क्रेडिट बेसिस एसेसमेंट होगा. वहीं एलएलएम में एडमिशन के लिए अब 400 अंकों के ऑबजेक्टिव सवाल पूछे जायेंगे. इसमें क्वालीफाइंग मार्क्स 100 यानी 25 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी नामांकन के लिए एलिजिबल होंगे. पटना विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को 15 मार्क्स का वेटएज अलग से दिया जायेगा. प्राचार्य प्रो योगेंद्र वर्मा ने बताया कि सत्र 2025-26 में ही एलएलएम में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. पटना लॉ कॉलेज के सहायक प्राध्यापक व मीडिया प्रभारी डॉ वीरेंद्र पासवान ने कहा कि सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा था. उन्होंने राज्यपाल आरिफ मो खान और विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नमिता सिंह को धन्यवाद दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

