संवाददाता, पटना : शाहपुर थाना की पुलिस ने अग्रणी होम अपार्टमेंट के एक फ्लैट में चल रहे मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. मौके से पुलिस ने दो छात्र को गिरफ्तार किया है. उनके पास से भारी संख्या में असलहा, कारतूस व हथियार बनाने वाले औजार बरामद हुआ है. शुक्रवार को पश्चिमी एसपी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि वैशाली जिले के चांदपुरा निवासी अवधेश कुमार वर्मा और दानापुर के आदमपुर निवासी अमन कुमार को गिरफ्तार किया गया है. अवधेश आइटीआइ से डिप्लोमा किया है. इस कोर्स को करने के बाद छात्र अवधेश कुमार ने मिनी गन फैक्टरी खोल लिया. पूछताछ में अवधेश ने बताया कि वह आइटीआइ की पढ़ाई के दौरान प्रैक्टिकल किया. आइटीआइ के पूरे कोर्स के दौरान सिर्फ उसने पिस्टल व कट्टा बनाने पर ध्यान दिया और फिर फ्लैट में गन फैक्टरी खोल लिया. छापेमारी में 4 देसी पिस्तौल, 21 कारतूस (8 एमएम), 37 कारतूस (7.65 एमएम), 2 अधनिर्मित मैगजीन, एक लेथ मशीन, ड्रिल मशीन, 12 रेती, 6 हथौड़ी, 8 स्क्रूड्राइवर, 3 पिलास, 2 कटर सहित कई उपकरण जब्त किए गए. साथ ही 30,500 रुपये नकद, 1 कीपैड मोबाइल और 3 स्मार्टफोन भी बरामद हुए. एसपी ने बताया कि पिस्टल व कट्टा की डील होने वाली थी. इस बात की सूचना पुलिस को हुई, जिसके बाद छापेमारी की गयी. एसपी ने कहा कि आइटीआइ में दिये गये ज्ञान को अवधेश ने सदुपयोग न कर अवैध हथियार बनाने में इस्तेमाल किया है.
आरा से मंगवाता था पिस्टल व कट्टा का सामान, रिपेयरिंग भी करता था
पूछताछ में दोनों आरोपितों ने बताया कि आरा से पिस्टल व कट्टा बनाने के लिए पार्ट्स मंगवाता था. अबतक 100 से अधिक लोगों को पिस्टल व कट्टा का सप्लाइ कर चुका है. एसपी ने बताया कि हथियार बनाने के साथ-साथ पिस्टल-कट्टा का रिपेयरिंग भी करता था. 30 से 35 हजार रुपये में पिस्टल व सात से आठ हजार रुपये में कट्टा का दाम रखे हुए था. एसपी ने बताया कि जिस अपार्टमेंट में ये लोग रहता था वहां किसी को भी औजार पीटने की आवाज नहीं मिली यह आश्चर्य की बात है. इसके अलावा कारतूस बाहर से मंगवा कर बेचता भी था.गिरफ्तार आरोपितों की संपत्ति की होगी जांच
एसपी ने बताया कि दोनों ने पूछताछ में जिन 100 लोगों के नाम बताये हैं. उनमें फुलवारी, दानापुर, मसौढ़ी और पटना सिटी के लोग शामिल है. उन सभी की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी टीम गठित की गयी है. ये टीम बताये गये लोगों की तलाश कर इस नेटवर्क को तोड़ेंग. इसके अलावा गिरफ्तार आरोपितों की संपत्ति की भी जांच की जायेगी. साथ ही साथ यह भी जानकारी मिली कि पिस्टल व कट्टा लेने वाले अपराधियों ने इसका इस्तेमाल जमीन कब्जा करने और लूटपाट के लिए कर रहे है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

