संवाददाता, पटना
पटना से करीब 80 किमी दूर स्थित मोकामा में तिरूपति बालाजी की तर्ज पर भव्य मंदिर का निर्माण किया जायेगा. इसके लिए बिहार सरकार ने मोकामा खास की 10.11 एकड़ जमीन पर्यटन विभाग को निःशुल्क हस्तांतरित की है. तिरूमला तिरुपति देवस्थानम् इसका निर्माण और प्रबंधन करेगा. इसके साथ ही गया विष्णुपद मंदिर, मां जानकी मंदिर पुनौराधाम और दूसरे प्रमुख मंदिरों को जोड़ते हए धार्मिक पर्यटन कॉरिडोर विकसित किया जाएगा.उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने रविवार को बताया कि राज्य सरकार ने सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पर्यटकीय सुविधाओं का विकास कर रही है. मोकामा शहर में आधुनिक सुविधाओं से युक्त समेकित सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पर्यटकीय स्थल के निर्माण के लिए पथ निर्माण विभाग की 10.11 एकड़ भूमि को पर्यटन विभाग को निःशुल्क हस्तांतरण की स्वीकृति प्रदान की है.
श्री चौधरी ने कहा कि गंगा नदी के किनारे स्थित मोकामा शहर प्राचीन काल से अंग, मगध और मिथिला तीन जनपदों के संगम स्थल के रूप में ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व रखता है. इसके निकटवर्ती सिमरिया घाट पर अर्ध कुंभ मेला आयोजित होता है, जो इसे धार्मिक दृष्टि से और भी महत्वपूर्ण बनाता है. उपमुख्यमंत्री ने बताया कि तिरूमला तिरूपति देवस्थानम्, तिरूपति (आंध्र प्रदेश) ने निर्माण का प्रस्ताव दिया है. यह संस्थान सरकारी ट्रस्ट जो न केवल तिरुपति स्थित प्राचीन देवस्थानों का प्रबंधन करता है, बल्कि विभिन्न राज्यों में मंदिर, वेदपाठशाला, विश्वविद्यालय, अस्पताल एवं सामाजिक संस्थान भी संचालित करता है. उन्होंने कहा कि इस परियोजना के निर्माण एवं प्रबंधन का संपूर्ण व्यय तिरूमला तिरूपति देवस्थानम् द्वारा वहन किया जायेगा. राज्य सरकार द्वारा भूमि 99 वर्ष की लीज पर मात्र एक रुपये के टोकन शुल्क पर उपलब्ध करायी जायेगी. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्थल के विकसित होने से मोकामा और आसपास के क्षेत्र का तीव्र सामाजिक आर्थिक विकास होगा तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.
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