गोपालगंज : बिहार बोर्ड की 10वीं परीक्षा में अंगरेजी विषय को अनिवार्य करने की मांग जोर पकड़ने लगी है. सोशल मीडिया के बाद अब राजनीतिक गलियारों में अंगरेजी को बिहार बोर्ड में अनिवार्य करने की मांग उठने लगी है. युवाओं की मांग का सांसद जनक राम ने भी समर्थन किया है. गुरुवार को जिले के युवाओं की एक टीम दिल्ली में राज्य सभा सांसद अली अनवर से मुलाकात कर उन्हें अंगरेजी को अनिवार्य कराने के लिए मांग पत्र सौंपा. सांसद से राज्य सभा में मामले को उठाने की मांग की गयी.
वहीं दिल्ली में ही भाजपा सांसद जनक राम के अावास पर भी युवाओं ने पहुंच कर मांग पत्र सौंपा. युवाओं का कहना है कि आज हम 21वीं सदी में जीवन-यापन कर रहे हैं, मगर अंगरेजी को शिक्षा में अनिवार्य कराने के लिए हमें आवाज उठानी पड़ रही है, जबकि आज की तकनीकी शिक्षा के लिए अंगरेजी का ज्ञान होना जरूरी है. अंगरेजी के बिना दूसरे राज्यों में उच्च शिक्षा के लिए जानेवाले छात्रों को शर्मसार होना पड़ रहा है. मांग पत्र सौंपने वाले छात्रों में मो जावेद, मो हुसैन, वकार अहमद, नाहिद हुसैन आदि शामिल थे.
डीएम को भी सौंपा मांग पत्र
युवाओं ने अंगरेजी विषय को अनिवार्य करने के लिए जिले के डीएम राहुल कुमार को भी मांग पत्र सौंपा है. डीएम को मांग पत्र सौंपकर अंगरेजी विषय को मैट्रिक बोर्ड परीक्षा में अनिवार्य कराने की मांग की है. इस मुहिम में शामिल जिले के युवाओं ने मैट्रिक की परीक्षा में अंग्रेजी को अनिवार्य कराने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी और मुख्य सचिव तक को ज्ञापन सौंपकर गुहार लगायी है.
सोशल मीडिया पर चलायी मुहिम
बिहार बोर्ड में अंगरेजी को अनिवार्य विषय कराने के लिए सोशल मीडिया पर पिछले कई महीनों से युवाओं ने मुहिम चला रखी है. युवाओं की इस मुहिम का देश-विदेश के छात्रों का भी समर्थन मिल रहा है. वहीं दूसरे राज्यों के छात्रों ने भी अंगरेजी को अनिवार्य करने की मुहिम का समर्थन किया है. बिहार में मैट्रिक स्तर पर अंगरेजी को अनिवार्य बनाये जाने के लिए इन युवकों ने देश-विदेश से समर्थन प्राप्त करने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चला रखा है. इस अभियान में शामिल युवकों का कहना है कि इसके लिए सबसे पहले सोशल मीडिया के माध्यम से मुहिम की शुरुआत की गयी, जो अब एक जनांदोलन के रूप में सामने आ रही है.
2000 पोस्टकार्ड मंगाकर लोगों को कियाजा रहा है जागरूक
इस समय देश से विलुप्त पोस्टकार्ड के माध्यम से भी इस मुहिम को संचालित किया जा रहा है. मुहिम में शामिल फरीद आलम, मनंजय, जावेद और आदित्य का कहना है कि मुहिम को जन-जन तक पहुंचाने के दौरान गोपालगंज के डाकघर में पोस्टकार्ड के समाप्त हो जाने के बाद बिहार की राजधानी से करीब 2000 पोस्टकार्ड को मंगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.