Advertisement
जन्म-कुंडली में ग्रहों की दृष्टि का पड़ता है प्रभाव
पटना : जन्म-कुंडली में प्रत्येक ग्रह जिस भाव में बैठा होता है उसका प्रभाव दूसरे ग्रहों पर भी देखने को मिलता है. इसका सीधा-सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है. ग्रह जिस भाव को देखता है, उस भाव की या तो वृद्धि होती या फिर हानि. अगर ग्रह मित्र की दृष्टि से देख रहा होता […]
पटना : जन्म-कुंडली में प्रत्येक ग्रह जिस भाव में बैठा होता है उसका प्रभाव दूसरे ग्रहों पर भी देखने को मिलता है. इसका सीधा-सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है. ग्रह जिस भाव को देखता है, उस भाव की या तो वृद्धि होती या फिर हानि.
अगर ग्रह मित्र की दृष्टि से देख रहा होता है, तो वह वृद्धि करता है और शत्रु दृष्टि से देखता है, तो हानि होती है. सूर्य जिस भाव में बैठा होता है, उस भाव से पूर्ण दृष्टि से सप्तम भाव को देखता है. उदाहरण के लिए अगर सूर्य लग्न में बैठा हो, तो सप्तम भाव पर पूर्ण दृष्टि होती है. ये कहना है पंडित श्रीपति त्रिपाठी का. वे गुरुवार को आयोजित ज्योतिष काउंसेलिंग में बोल रहे थे.
ज्योतिष काउंसेलिंग
आनेवाला वर्ष कैसा रहेगा? दीपक, समस्तीपुर
कर्क लग्न और कर्क राशि है. शुक्र की दशा और चंद्रमा की अंतरदशा चल रही है. वर्ष 2012 से ही परेशानी बनी हुई है. आनेवाले साल में आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. साथ ही स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बनी रह सकती है. इसके लिए पानी का सेवन ध्यान पूर्वक करना होगा. शुद्ध जल का ही सेवन करें. बेहतरी के लिए बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करें. हनुमान अाराधना करें.
प्रशासनिक सेवा में नौकरी के योग है या नहीं? रवि शंकर, आरा
वृश्चिक लग्न और मकर राशि है. गुरु की दशा और शुक्र की अंतरदशा है. राहु के अाने से चंडाल योग का सृजन हो रहा है. बावजूद इसके उच्च पदाधिकारी बनने के योग हैं. वर्ष 2019 तक तैयारी में कोई कोताही न बरतें. प्रशासनिक सेवा में निश्चित नौकरी मिलेगी.
कैरियर किस क्षेत्र में होगा? दीपक, मुंगेर
कुंभ लग्न और मिथुन राशि है. बुध की दशा और मंगल की अंतरदशा चल रही है. वर्ष 2008 के बाद स्थिति ठीक नहीं होने से परेशानी बनी हुई है. ग्रह नीच के रहने पर परेशानी होती है. बुध का उपचार करें. बेहतरी के लिए हीरा धारण करें. साथ ही हनुमान जी की पूजा करें.
शादी और नौकरी के योग हैं या नहीं? वंदना गुप्ता, भागलपुर
मिथुन लग्न और कुंभ राशि है. शनि की दशा और गुरु की अंतरदशा है. सितंबर, 2017 के बाद शादी के योग बन रहे हैं. शिक्षा के क्षेत्र में जुड़े लड़के से शादी होगी. शनि के घर चंद्रमा है. इससे भाग्य भंग का योग बना हुअा है. इसके लिए हनुमान जी और शंकर जी की पूजा करें. मां दुर्गा की उपासना करें.
आर्थिक और मानसिक परेशानी बनी हुई है उपाय बताएं. ईश्वर कुमार, मुजफ्फरपुर
कर्क लग्न और वृषभ राशि है. चंद्रमा की स्थिति उच्च है. राहु में शनि की अंतरदशा है. राहु के अष्टम स्थान में होने से परेशानी हुई है. शादी का पूर्ण योग चल रहा है. पेट संबंधी परेशानी बनी रहेगी. महामृत्युंजय का जप करें.
कैरियर किस दिशा में बनाऊं? श्याम शर्मा, मोतिहारी
कर्क लग्न और मीन राशि है. शुक्र की दशा चल रही है. शुक्र छठे भाव में कारक ग्रह होकर बैठे है. इसके अलावा चतुर्थ स्थान में उच्च के शनि होने से कैरियर बेहतर होगा. घर से दूर ही कैरियर के लिए बेहतर विकल्प मिल पायेगा. बेहतरी के लिए मोती धारण करें.
पोते का स्वास्थ्य कैसा रहेगा? नरेश, पटना
वृष लग्न और वृश्चिक राशि है. वृहस्पति अष्टम स्थान के स्वामी हैं और वर्तमान में वृहस्पति की दशा चल रही है. इससे बच्चे को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बनी रहेगी. इसके लिए प्रत्येक गुरुवार को भगवान शंकर के मंदिर ऊं जू श: का जप कर हल्दी चढ़ाएं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement