पटना : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सोमवार को राजद विधायकों ने विस परिसर में नोटबंदी पर हंगामा करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया. राजद विधायकों का एक गुट गोपालगंज के विधायक नेमतुल्लाह के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. राजद विधायकों ने नोटबंदी के फैसले को तुगलकी फरमान बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की. वहीं, भाजपा के विधायकों ने नोटबंदी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे भारत बंद के समर्थक नेताओं को भ्रष्टाचारी कहते हुए गद्दी छोड़ने की बात की.
नोटबंदी के विरोध में विधानसभा परिसर में हंगामे के साथ अपना विरोध-प्रदर्शन कर रहे राजद के नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में आर्थिक आपातकाल लगा दिया है. राजद विधायकों ने कहा कि देश में नोटबंदी के बाद से बेटियों की शादी तक रुक गयी है. लोगों को को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को हर हाल में नोटबंदी के तुगलकी फरमान को वापस लेना होगा. राजद विधायक ने नोटबंदी के दौरान मारे गये लोगों को मुआवजा देने की मांग को लेकर भी अपना प्रदर्शन किया.
वहीं, भाजपा के विधायकों ने नोटबंदी का समर्थन कर रहे राजद नेताओं को भ्रष्टाचारी और कालाधन समर्थक कहते हुए गद्दी छोड़ने की मांग की. विधानसभा गेट पर प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों ने नोटबंदी का विरोध कर रहे नेताओं को आड़ेहांथों लेते हुए कांग्रेस को मर्यादा में रहने की नसीहत भी दे दी. भाजपा नेता प्रेम कुमार ने नोटबंदी का विरोध कर रहे कांगेस और राजद नेताओं पर जमकर प्रहार किया.