पटना : बिहार-झारखंड समेत देश के तमाम हिस्सों में आज से शादी का लगन शुरू होने वाला है. नोटबंदी के इस माहौल में जिन घरों में शादियों का आयोजन होना है, उनके घरों के दोनों पक्षों (वर और कन्या) के लोगों की जान सांसत में है. हालांकि, शहरी इलाकों में तो होटलों और मैरिल होम्स के बजाय सड़कों पर ही शहनाइयां गूंजने के आसार अधिक नजर आ रहे हैं, लेकिन सबसे अधिक समस्या ग्रामीण इलाकों के लोगों के सामने खड़ी है.
मैथिली और बनारस के ऋषिकेश पंचांग के मुताबिक, नवंबर महीने में आज यानी 16 तारीख के बाद 17, 21, 23, 24 और 30 नवंबर को शादी का शुभ लगन है. वहीं, दिसंबर महीने की 1, 3, 8, 9 और 12 तारीख को शादियां होंगी. करीब चार महीने के लंबे अंतराल के बाद सनातन धर्मावलंबियों के शादी के शुभ लगन शुरू हुए हैं. देवोत्थान के बाद मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो रहे हैं. लोगों की मान्यताओं के अनुसार, चतुर्मास में हिंदू धर्मावलंबी शादी और अन्य मांगलिक कार्य नहीं करते हैं.
भारत के पंचांगों में यह भी बताया गया है कि 12 दिसंबर के बाद एक महीने तक खरमास रहेगा. इस कारण अब नये साल में 14 जनवरी के बाद ही शादी के लगन शुरू होंगे. ऐसे में लोगों के सामने समस्या यह आ रही है कि शादी के लिए पहले से वर और कन्या पक्ष के बीच जो तिथियां तय हो गयी हैं, उनमें शादियां कैसे की जाएं. हालांकि, शादी के लिए मोटे-मोटे काम को तो पहले ही निबटा लिया गया है, लेकिन ऐन वक्त पर नकदी की जरूरत को पूरा करना कठिन लग रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कैमूर, रोहतास और सासाराम इलाके में होटलों और मैरिज होम्स में होने वाली करीब 50 से अधिक शादियों के कार्यक्रम को रद्द करवा दिया गया है. वहीं, बिहार के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी इलाके समेत सीमांचल क्षेत्रों में भी करीब डेढ़ से दो सौ शादियों के कार्यक्रम को रद्द कराने की खबर है. हालांकि, बिहार की राजधानी पटना में मौजूद मैरिज होम्स और होटलों में कुछ शादियों के कार्यक्रम किये जायेंगे, लेकिन ज्यादातर मैरिज होम्स में एक या दो ही कार्यक्रम की बुकिंग की गयी है.