पटना : भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने आज बिहार की महागंठबंधन सरकार पर आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस के सत्ताधारी गठबंधन में शामिल होने के बाद उसमें भ्रष्टाचार से मुकाबले की इच्छा में कमी आयी है. सुशील मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक अभियान नीतीश कुमार के सात संकल्पों में नहीं शामिल है.
सुशील कुमार मोदी ने एक बयान में कहा, चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिये गये लालू प्रसाद नीत राजद और कांग्रेस के सत्ताधारी महागंठबंधन सरकार का हिस्सा बनने के बाद राज्य में भ्रष्टाचार निरोधक अभियान रुक गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी भ्रष्टाचार पर बोलना बंद कर दिया है और भ्रष्टाचार निरोधक अभियान उनके सात संकल्पों में शामिल नहीं है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने सवाल किया, पिछले तीन वर्षों में भ्रष्ट लोकसेवकों की कितनी संपत्तियां जब्त की गयी हैं और उन परिसरों में कितने स्कूल खुले हैं? कितने दागी सरकारी सेवकों को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया और ऐसे कितनों को बर्खास्त किया गया जिनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति जुटाने के लिए मामला दर्ज किया गया है?
भ्रष्टों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार में इच्छा शक्ति कमी की ओर इशारा करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक अभियान में कार्रवाई के जो मामले 2011 में 73 थे वह उसके बाद के वर्षों में कम होकर 35 से 40 हो गये. उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर सतर्कता और भ्रष्टाचार निपरोधक एजेंसियों को कमजोर कर रही है.