21.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

लेटेस्ट वीडियो

बिहार में पांच साल में बने 64 हजार से अधिक नये जल स्रोत

बिहार में पांच साल में बने 64 हजार से अधिक नये जल स्रोत

Audio Book

ऑडियो सुनें

संवाददाता,पटना जल संरक्षण के क्षेत्र में बिहार ने बीते पांच वर्षों में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में चलाए जा रहे जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत राज्य में 2019 से अबतक 64,098 नए जल स्रोतों का निर्माण हुआ है. इस अभियान का उद्देश्य केवल जल संरक्षण ही नहीं, बल्कि पर्यावरण संतुलन और भूजल स्तर को बनाये रखना भी है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार इन जल स्रोतों के निर्माण में सबसे अधिक योगदान ग्रामीण विकास विभाग का रहा है. इसने 55,642 जल स्रोतों का सृजन किया. इसके अलावा कृषि विभाग ने 5,607 और पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने 2,827 नये जल स्रोतों का निर्माण किया है. पुराने जल स्रोतों का संरक्षण प्राथमिकता केवल नये जल स्रोतों का निर्माण ही नहीं, राज्य सरकार ने पुरानी सार्वजनिक जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार पर भी विशेष ध्यान दिया है. 2019 से 2025 तक के दौरान 24,448 सार्वजनिक तालाब/पोखर का जीर्णोद्धार किया गया. 72,868 आहरों और पईनों को फिर से संरचित और उपयोग के योग्य बनाया गया. पुराने जलस्रोतों के संरक्षण और नये जलस्रोतों के सृजन से राज्य में भूजल का जो स्तर पहले लगातार गिरता जा रहा था, उसमें भी सुधार आ रहा है. गौरतलब है कि जलस्रोत भूजल के स्तर को बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं. इसके साथ ही जलस्रोतों के आसपास का पारिस्थितिकी तंत्र भी संरक्षित होता है. इसके महत्व को देखते हुए राज्य सरकार जल-जीवन-हरियाली अभियान चला रही है. जल-जीवन-हरियाली अभियान बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी पहल है. दो अक्टूबर, 2019 को इसकी शुरुआत हुई थी.इसके तहत जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने, भूजल स्तर को बढ़ाने और हरियाली को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाये गये हैं. इसमें जल संरक्षण, वृक्षारोपण और पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरुकता लाना शामिल है. जल संरक्षण के लिए पुराने तालाब, कुएं और नदियों का जीर्णोद्धार करने के साथ-साथ वर्षा जल संचयन के लिए संरचनाएं बनाई जा रही है. इस योजना के तहत बिहार सरकार ने कई सार्वजनिक जल संरचनाओं का निर्माण और मरम्मत की है. साथ ही किसानों को खेती के लिए बेहतर सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया है. इस अभियान से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पर्यावरणीय स्थिरता लाने का प्रयास हो रहा है. फिलहाल राज्य सरकार के प्रयासों का अब बेहतर नतीजा सामने आ रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel