बाढ़. फोरलेन अप्रोच बाइपास रोड पर सोमवार देर रात हुए सड़क हादसे में चार लोगों की मौत के बाद प्रदर्शनकारियों ने 6 घंटे तक सड़क जाम रखा. शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया. पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया. इस दौरान कई पुलिस कर्मी चोटिल भी हो गये. पुलिस ने एक हमलावर करण कुमार शर्मा निवासी जमनीचक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने हमले और जाम का नेतृत्व करने के आरोप में बाढ़ प्रखंड प्रमुख उपेंद्र पासवान को भी नामजद कर केस दर्ज कर लिया है. बता दें कि एप्रोच बाइपास रोड पर शौच करने के दौरान सोमवार की शाम सुधा देवी, खुशी कुमारी, काव्य कुमारी और सायरा कुमारी को एक अनियंत्रित कार ने रौंद दिया था जिसमें चारों की मौत हो गयी थी जबकि एक महिला जख्मी हो गयी थी. मौत के बाद लोगों ने सड़क जाम कर दिया था. इस दौरान पुलिस ने लोगों को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने. मंगलवार को सभी मृतक के शव का उमानाथ घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान पूरे गांव में मातम पसरा रहा.
हंगामे के दौरान कई वाहनों का शीशा तोड़ा चालकों से मारपीट, लूट की कोशिश
प्रदर्शनकारी बाइपास और फोरलेन पर पहुंच गये और हंगामा शुरू कर दिया. कई वाहनों के शीशे तोड़ दिये और चालकों के साथ मारपीट की गयी. आरोप है कि रात के अंधेरे में चालकों के साथ लूटपाट करने की कोशिश की गयी इस दौरान स्टेरिंग तोड़कर वाहनों को सड़क पर लगाकर जाम लगा दिया. बांस-बल्ला सड़क पर लगा टायर जलाकर आगजनी की गयी. जाम के दौरान कई जज और एंबुलेंस के वाहन फंसे रहे. इसके बाद बाढ़ अनुमंडल के कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया. करीब 2:00 बजे रात में जब प्रदर्शनकारी ने चालकों के साथ मारपीट कर लूटपाट करने की कोशिश की स्थिति बिगड़ते देखकर पुलिस ने लाठी चार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया. इसके बाद मृतक के चार शवों का पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस ने बाढ के अंचलाधिकारी डॉक्टर नरेंद्र कुमार सिंह के बयान पर सड़क जाम कर तोड़फोड़ करने के आरोप में केस दर्ज किया है जिसमें प्रखंड प्रमुख उपेंद्र पासवान, अभिषेक, कुंदन महतो, मुन्ना प्रसाद, करण शर्मा, शिव महतो, बादल कुमार सहित 120 अज्ञात लोगों को नामजद किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

