पटना : बिहार विधानसभा चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो इसके लिए राज्य चुनाव आयोग पूरी तरह कटिबद्ध है. बिहार के अतिरिक्त चुनाव अधिकारी आर. लक्षमणन के मुताबिक बिहार में चुनाव के दौरान सर्वेक्षण के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली जा चुकी है. लेकिन पहली बार अत्याधुनिक तरीके के ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ ही दिन पहले मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बिहार के सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी. आयोग ने स्पष्ट निर्देश जारी किया था कि यह चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्वक और निष्पक्ष तरीके से संपन्न होना चाहिए.
चुनाव में होने वाली गड़बड़ियों और धांधली को रोकने के लिए राज्य चुनाव आयोग ड्रोन का इस्तेमाल करेगा. पूर्णतया अत्याधुनिक तकनीक से लैस यह ड्रोन आसमान से जमीन पर नजर रखेगा. हालांकि आयोग के अधिकारी ने आयोग के नियमों का ख्याल रखते हुए ड्रोन कैसे काम करेगा इसकी जानकारी नहीं दी. लेकिन उनके मुताबिक पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है.
अतिरिक्त चुनाव अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी कि पांच चरणों में होने वाले इस चुनाव की मतगणना 8 नवंबर को होगी. लक्षमणन ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ कालेधन का दुरुपयोग और मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट को लागू करने के साथ मतदाताओं की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा सुनिश्चित करना एक बहुत बड़ी चुनौती है. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि चुनाव तैयारियों के निरीक्षण के लिए लगभग चार लाख 89 हजार अधिकारियों के साथ 6 लाख सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. गौरतलब हो कि चुनाव आयोग के रोजाना जारी होने वाले प्रेस विज्ञप्तियों के मुताबिक रोजाना अवैध धन और शराब का बरामद होना जारी है. पैसा और शराब को लेकर चुनाव कार्यालय अबतक 265 प्राथमिकी दर्ज कर चुका है.
अतिरिक्त चुनाव अधिकारी के मुताबिक नक्सलियों के खतरे को देखते हुए सर्च आपरेशन चलाने से कई पाजिटिव रिजल्ट सामने आए हैं. उनके पास से 300 विस्फोटकों के अलावे लगभग 800 गैरकानूनी हथियार भी बरामद हुए हैं. लक्षमणन ने बताया कि आयोग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान त्योहार को लेकर सद्भभावना कायम रहे इसके लिए सुरक्षा का इंतजाम भी किया गया है.

