पटना : जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का अंदरूनी कलह आज शाम उस समय खुलकर सामने आ गया जब पटना में पार्टी कार्यालय पर कब्जे को लेकर पार्टी नेतृत्व समर्थक और मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के समर्थक आपस में भिड़ गये. टीवी रिपोर्ट के अनुसार मांझी समर्थकों ने पार्टी हाईकमान समर्थकों की जमकर पिटाई की. मांझी समर्थकों का कहना था कि पार्टी नेतृत्व एक दलित मुख्यमंत्री को अपमानित कर रहा है और मांझी अब दलितों को सर्वमान्य नेता हैं. वहीं,शनिवार शाम चार बजे पार्टी विधायक दल की बैठक प्रस्तावित है.
मांझी समर्थकों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव व महासचिव के.सी त्यागी का पुतला भी फूंका है. उधर प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि कल विधायक दल की बैठक में मांझी का भविष्य तय हो जायेगा. उधर के सी त्यागी ने
कहा है किमांझी द्वारा पार्टी की डूबोयी नैया को नीतीश पार लगायेंगे. टीवी रिपोर्ट के अनुसार मांझी ने कहा है कि अब आर पार की लड़ाई छिड़ गयी है. उन्होंने नीतीश कुमार को भीष्म पितामह की संज्ञा दी और के सी त्यागी को यमराज के समान बताया. जबकि जदयू के एक दूसरे वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह ने कहा है कि मांझी को मुख्यमंत्री पद से हटाना जदयू के लिए आत्महत्या साबित होगी.
कहा है किमांझी द्वारा पार्टी की डूबोयी नैया को नीतीश पार लगायेंगे. टीवी रिपोर्ट के अनुसार मांझी ने कहा है कि अब आर पार की लड़ाई छिड़ गयी है. उन्होंने नीतीश कुमार को भीष्म पितामह की संज्ञा दी और के सी त्यागी को यमराज के समान बताया. जबकि जदयू के एक दूसरे वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह ने कहा है कि मांझी को मुख्यमंत्री पद से हटाना जदयू के लिए आत्महत्या साबित होगी.
मांझी समर्थक शरद यादव से मिलने की मांग कर रहे थे और उनका कहना था कि पार्टी अध्यक्ष को उनसे मिलना होगा.
उधर, वरिष्ठ भाजपा नेता व केंद्रीय कृषि मंत्रीराधामोहन सिंहने कहा है कि अगर जदयू नेतृत्व जीतन राम मांझी के खिलाफ कार्रवाई करती है तो इससे एनडीए व भाजपा को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो वे फिर से जनादेश लें.
टीवी रिपोर्ट के अनुसार, बाद में शरद यादव ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समर्थकों से बात की. टीवी रिपोर्ट के अनुसार, शरद यादव ने मांझी समर्थकों से कहा कि वे भी नहीं चाहते कि मांझी पद से हटाये जायें.
