Bihar News: बिहार में भागलपुर जिले के पीरपैंती में प्रस्तावित 2400 मेगावाट की थर्मल पावर परियोजना के लिए शुक्रवार को बिहार स्टेट पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (BSPHCL) और अडानी पावर लिमिटेड के बीच लौंग टर्म पावर सप्लाई का समझौता (PSA) हुआ. यह कार्यक्रम पटना के विद्युत भवन में आयोजित किया गया। लगभग 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह परियोजना बिहार के ऊर्जा क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा निवेश मानी जा रही है.
सात महीने में पूरी हुई प्रक्रिया
फरवरी 2025 में राज्य कैबिनेट ने BSPHCL को इस परियोजना की नोडल एजेंसी नियुक्त किया था. सिर्फ सात महीनों में समझौते की प्रक्रिया पूरी कर ली गई. ऊर्जा, योजना और विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि यह कदम बिहार के ऊर्जा क्षेत्र के इतिहास में महत्वपूर्ण साबित होगा. उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में बिजली की आपूर्ति बेहतर हुई है, जिससे गांव-गांव तक रोशनी पहुंची और रोजगार के नए अवसर बने.
परियोजना की समयसीमा और लागत
ऊर्जा सचिव और सीएमडी BSPHCL मनोज कुमार सिंह ने कहा कि योजना है कि 2028 की दीपावली तक परियोजना की पहली यूनिट चालू हो जाए. उन्होंने बताया कि अनुमानित लागत 27 हजार करोड़ रुपये है, जो काम की प्रकृति के अनुसार बढ़कर 30 हजार करोड़ रुपये तक जा सकती है. कंपनी कोशिश करेगी कि काम तय समय से पहले पूरा हो.
अधिकारियों और प्रतिनिधियों की मौजूदगी
BSPHCL और BSPDCL के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने बताया कि फरवरी में परियोजना पर निर्णय हुआ और सितंबर में समझौता होना बड़ी उपलब्धि है. इस अवसर पर मंत्री और सीएमडी के मार्गदर्शन में BSPHCL की ओर से मुख्य अभियंता मुर्तजा हलाल, पुरुषोत्तम प्रसाद और दीपक कुमार सिंह, जबकि अडानी पावर की ओर से अभिषेक त्यागी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए.
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