संवाददाता, पटना बिहार में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ता जा रहा है. लोग ऐसे वाहनों को अन्य वाहनों की अपेक्षा अधिक तरदीह दे रहे हैं. इस साल अब तक 55 हजार डीजल वाहनों की बिक्री हुई है, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री का आंकड़ा 90 हजार से अधिक है. परिवहन विभाग के मुताबिक चारपहिया वाहनों में लग्जरी कार को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है. विभाग ने गाड़ी की बढ़ती मांग को देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने को लेकर बैठक की है. जिसमें विभिन्न स्टेक होल्डर्स एवं अन्य कंपनियों के प्रतिनिधियों ने इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का आश्वासन दिया. विभाग के मुताबिक बिहार में एक साल में 1400 इवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य है. राष्ट्रीय राजमार्गों पर एक निश्चित दूरी पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जायेंगे, ताकि लंबी दूरी की यात्रा के दौरान गाड़ी मालिकों को परेशानी नहीं हो. वहीं,शहर के विभिन्न मार्गों, पेट्रोल पंपों, बस टर्मिनल, बस डिपो, स्कूल कॉलेज इत्यादि जगहों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जायेंगे. वर्तमान में विभिन्न पेट्रोल पंप एवं अन्य जगहों पर 339 से अधिक चार्जिंग की सुविधा मौजूद है. विभाग ने निर्णय लिया है कि विभिन्न जिलों के प्रमुख स्थानों पर प्राथमिकता के आधार पर चार्जिंग स्टेशन लगाये जायेंगे, ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहित किया जा सके. बिहार इलेक्ट्रिक वाहन नीति, 2023 के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों को सुगमता से चार्जिंग सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए राज्य में अधिक से अधिक चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना की जानी है. चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना पर अनुदान दिये जाने का प्रावधान किया गया है.
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