पटना : काम दिलाने के बहाने नाबालिग से गांव के ही उसके जाननेवाले ने अपने दोस्त के साथ मिलकर बंधक बना कर चार दिनों तक रेप किया. साथ ही रेप की घटना का वीडियो भी बना लिया और वायरल करने की धमकी दी है. शिकायत लेकर पीड़िता जब थाने पहुंची तो उसे जेल भेजने की धमकी दी गयी. इसके बाद पीड़िता महिला आयोग पहुंची. पीड़िता की शिकायत पर महिला आयोग ने रोहतास के एसपी को पत्र जारी कर मामले की जांच कर ठोस कार्रवाई करने और जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
जानकारी के मुताबिक, काम दिलाने के बहाने चार दिनों तक बंधक बना कर रेप करने और पुलिस से शिकायत करने पर पीड़िता को ही जेल भेज देने की शिकायत लेकर एक नाबालिग पीड़िता मंगलवार को बिहार राज्य महिला आयोग पहुंची. पीड़िता ने बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्र को बताया कि वह रोहतास में चाचा और दादी के साथ रहती है. उसकी उम्र 15 वर्ष है. उसी गांव के रहनेवाले बिट्टू से उसने स्कूल में पढ़ाने की बात की थी. बिट्टू ने उसे आश्वासन दिया था कि वह स्कूल के प्रिसिंपल से बात करेगा. 23 जनवरी को बिट्टू अपने दोस्त आकाश के साथ पीड़िता को लेकर स्कूल ले जाने के बहाने नासरीगंज पहुंच गये. वहां सबसे पहले पीड़िता का फोन बंद कर दिया और फिर रेप करने लगे. विरोध करने पर पीड़िता के साथ मारपीट की गयी. साथ ही पीड़िता के घरवालों को जान से मारने की धमकी भी दी गयी. यही नहीं, रेप की घटना का वीडियो भी आरोपितों ने बना लिया और वायरल करने की धमकी दी. 26 जनवरी तक पीड़िता को अलग-अलग जगहों पर ले जाकर बंधक बना कर आरोपितों ने रेप किया.
इधर, पीड़िता के लापता होने पर चाचा ने स्थानीय थाने में शिकायत भी की थी. 27 जनवरी को दोनों लड़कों ने पीड़िता को धमकी देकर छोड़ दिया. इसके बाद पीड़िता पुलिस के पास शिकायत करने पहुंची. पीड़िता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां की पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी. बल्कि, उसे ही जेल भेजने की धमकी दी. आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्र ने कहा कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है. शिकायत करने के बाद पीड़िता का मेडिकल टेस्ट क्यों नहीं कराया गया. यह बेहद गंभीर मामला है. मामले में आयोग की ओर से रोहतास के एसपी को पत्र जारी कर पूरे मामले की जांच कर ठोस कार्रवाई करने और 20 दिनों के अंदर की गयी पूरी कार्रवाई का डिटेल आयोग को सौंपने को कहा है.