लोक आस्था के महापर्व छठ आज : पटना के गंगा घाटों पर पहुंचे श्रद्धालु
पटना : लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर राजधानी के विभिन्न घाटों पर छठव्रतियों का शुक्रवार की सुबह से ही जमावड़ा शुरू हो गया. ये सभी श्रद्धालु आज शाम डूबते सूरज को अर्घ्य देने के बाद रात में घाट पर ही विश्राम करेंगे और उगते सूर्य को अर्घ देने के लिए पूरी रात […]
पटना : लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर राजधानी के विभिन्न घाटों पर छठव्रतियों का शुक्रवार की सुबह से ही जमावड़ा शुरू हो गया. ये सभी श्रद्धालु आज शाम डूबते सूरज को अर्घ्य देने के बाद रात में घाट पर ही विश्राम करेंगे और उगते सूर्य को अर्घ देने के लिए पूरी रात जाग कर कीर्तन भजन करते हुए प्रसाद बनायेंगे. पटना जिले के विभिन्न प्रखंडों से लेकर सुदूर बसे जिले के गांवों से भी दर्जनों परिवार राजधानी के घाटों के पास पहुंचे हैं. कोई पूरे परिवार के साथ आया है तो कुछ आज सुबह से लेकर दोपहर तक पहुंच जायेंगे.
जहानाबाद के राजाबाजार के रहनेवाले बुजुर्ग कृष्णनंदन प्रसाद दो साल पहले आये थे. इस बार फिर सपरिवार पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि गंगा के घाट पर आ जाने के बाद निश्चिंतता हो जाती है. हम सभी लोग यहां आये हुए हैं. कुछ लोग आज दोपहर तक पहुंच जायेंगे. सभी परिवार मिलकर यहां पूजा करेंगे और कल दूसरा अर्घ देने के बाद ही यहां से घर के लिए रवाना होंगे.
शकुराबाद के रहनेवाले वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां आने के बाद आराम मिल जाता है. वह सपरिवार यहां पर स्नान के बाद खरना पूजा की तैयारियों में लगे हुये थे. शर्मा जी कहते हैं कि कलेक्ट्रेट घाट के पहले पार्किंग में काफी अच्छा स्पेस होने के कारण यहां पर ज्यादा परिवार ठहरे हैं. कई लोगों ने चबूतरे पर तो कइयों ने जमीन पर दरी आदि बिछा कर आराम की व्यवस्था की है.
नदौल से पहुंची सुमंती देवी कहती हैं कि वह पहली बार पटना पहुंची हैं. गाड़ी बुक करा कर पहुंचे हैं. चावल मीठा लेकर आये हैं. बाजार समिति से फल खरीदेंगे. ईंट लकड़ी सब लेकर पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि यहां व्यवस्था ठीक रहती है. इस कारण आ गये हैं. घर में कुल चार व्रती हैं और सभी यहीं पर पूजा करेंगे.
पूरे परिवार के साथ छठ करने पहुंची नौबतपुर की छठ व्रती शैला देवी ने बताया कि उनके परिवार की श्रद्धा यहां से जुड़ी हुई है. यहां तीसरी बार छठ पूजा के लिए आयी हैं. परिवार के सभी सदस्यों की इच्छा होती है कि यहीं पर छठ पूजा करें. इसी कारण लगातार पूजा करने के लिए आते हैं.
यह है घाटों की व्यवस्था
खतरनाक घाट 23
प्राइबेट बोट 250
एनडीआरएफ 8 टीम
एनडीआरएफ 40 बोट
एनडीआरएफ 400
चिकित्सका दल 92
घाटों पर बोरिंग 16
घाटों पर चापाकल 60
सेक्टर प्रभारी 21
कुल दंडाधिकारी 270
पुलिस पदाधिकारी 400
कुल तैनाती 10 हजार
इन घाटों की नहीं है पार्किंग
सीताघाट, मित्तान घाट, दुल्ली घाट, सीढ़ी घाट, नौजर घाट, राजाघाट, गोसाई घाट, मठ केदारनाथ घाट, लोहरवा घाट, नरकट घाट, घसियारी घाट, बीएनआर घाट, कदम घाट, पथरी घाट, जगरनाथ चौधरी टोला घाट, रौशन घाट, घघा घाट पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है.
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