पटना : शहर के प्रधान डाकघर में हुई वित्तीय अनियमितता से संबंधित मामले की जांच को लेकर सीबीआइ ने पांच कर्मियों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में अज्ञात लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया है. मालूम हो कि सीबीआइ की पटना शाखा को जीपीओ में हुई वित्तीय अनियमितता के मामले की लिखित शिकायत 8 अगस्त, 2019 को की गयी थी. इसके बाद मामले की जांच शुरू की गयी है.
सीबीआइ ने सभी अभियुक्तों के खिलाफ फर्जीवाड़ा, जालसाजी, साजिश के साथ-साथ राशि गबन करने के आरोप लगाये हैं. साथ ही भ्रष्टाचार निवारण निरोध अधिनियम की धाराओं के तहत भी मामला दर्ज किया गया है. केंद्रीय एजेंसी ने जांच में पाया है कि जीपीओ में जमा होनेवाले आम लोगों के रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिये जाते थे और गलत तरीके से उपयोग करते थे. इसके अलावा आरोपितों ने फर्जी कागजात के आधार पर बड़ी संख्या में अवैध निकासी भी की है.