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पटना : सीबीएसइ का मॉडल आंसरशीट जारी

बोर्ड परीक्षा में शामिल होनेवाले छात्र सीख सकेंगे आंसर देने का तरीका पटना : सीबीएसइ ने मॉडल प्रश्न पत्र के बाद मॉडल आंसर भी जारी किया है. सीबीएसइ के सीटी को-ऑर्डिनेटर राजीव सिन्हा ने कहा कि मॉडल आंसर जारी होने से बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स को राहत मिल जाती है. इससे स्टूडेंट्स को […]

बोर्ड परीक्षा में शामिल होनेवाले छात्र सीख सकेंगे आंसर देने का तरीका
पटना : सीबीएसइ ने मॉडल प्रश्न पत्र के बाद मॉडल आंसर भी जारी किया है. सीबीएसइ के सीटी को-ऑर्डिनेटर राजीव सिन्हा ने कहा कि मॉडल आंसर जारी होने से बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स को राहत मिल जाती है.
इससे स्टूडेंट्स को पता चल जाता है कि किस प्रकार प्रश्नों का जवाब सीबीएसइ को चाहिए. इससे स्टूडेंट्स को काफी मदद मिल जाती है. पांच विषयों की मॉडल आंसरशीट्स को बोर्ड ने ऑनलाइन जारी किया है. स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंकों के लिए उत्तर लिखना सीख सकते हैं. खास कर उनके लिए जो इस बार 10वीं बोर्ड परीक्षा देने वाले हैं या आने वाले एक-दो सालों में देंगे. उनके लिए यह मॉडल आंसरशीट है.
एक्सपर्ट तैयार करते हैं मॉडल आंसरशीट : पिछले वर्षों में पूछे गये प्रश्नों को एक्सपर्ट शिक्षकों द्वारा हल कराया जाता है. यह हल एनसीइआरटी आधारित रहता है. इसके साथ टॉपर की कॉपी को भी बोर्ड ध्यान में रखती है और उसे भी सर्वश्रेष्ठ तरीके से उत्तर लिखने के बारे में दर्शाती है.
अलग-अलग विषयों के लिए अलग-अलग टॉपर छात्रों के आंसरशीट भी मॉडल आंसरशीट के रूप में रखा जाता है. एक्सपर्ट शिक्षकों द्वारा तैयार मॉडल आंसर शीट्स में सवालों के उत्तर किस तरह लिखे गये हैं. इसे देख कर स्टूडेंट्स अगली बार के बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर सकते हैं. किन बिंदुओं और किन तरीकों पर बोर्ड ने अच्छे अंक दिये हैं इसे देख सकते हैं. राजीव सिन्हा कहते हैं कि एग्जाम में उत्तर लिखने का तरीका बेहतर होना चाहिए इससे मार्किंग बढ़ती है. सही तरीकों को अपना कर छात्र बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक पा सकते हैं.
पटना. सीबीएसइ साइंस इनोवेशन और उनके क्रिएशन काे बेहतर मंच प्रदान करने के लिए साइंस एग्जीबिशन का आयोजन किया जा रहा है. इसके तहत कक्षा छठी से नौवीं तक के स्टूडेंट्स अपने मॉडल प्रदर्शित कर सकते हैं. इसमें शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स 12 अक्टूबर से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. बोर्ड की ओर से अक्टूबर से नवंबर के बीच तीन चरणों में एग्जीबिशन का आयोजन किया जायेगा.
पहले चरण में प्रदर्शनी में रिसर्च बेस्ड साइंस प्रोजेक्ट और इनोवेटिव मॉडल्स शामिल कर सकते हैं. इसके लिए साइंस एंड टेक्नोलॉजी फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट विद अ थर्स्ट आन वॉटर कंजर्वेशन थीम दी रखी गयी है. इस एग्जीबिशन के लिए सस्टेनेबल एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेस, क्लीनलीनेस एंड हेल्थ रिसोर्स मैनेजमेंट, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट, फ्यूचर ट्रांसपोर्ट एंड कम्युनिकेशन, एजुकेशनल गेम्स एंड मैथमेटिकल मॉडलिंग आदि थीम पर प्रोजेक्ट बना सकेंगे. हर स्कूल से दो प्रोजेक्ट और मॉडल्स होंगे शामिल है.
हर स्कूल से दो प्रोजेक्ट और मॉडल्स होंगे शामिल.रजिस्ट्रेशन के समय स्टूडेंट्स का जो नाम रजिस्टर्ड हो गया है, उसे बाद में बदला नहीं जा सकेगा. कोई एक थीम चुनने के बाद उसे बदला नहीं जा सकेगा. प्रोजेक्ट के साथ इन्वेस्टिगेशन पर आधारित स्टोरी होनी चाहिए. मॉडल्स में इकोफ्रेंडली मटेरियल यूज करना होगा.

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