बिहारशरीफ : नगरनौसा थाने में पुलिस कस्टडी में जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास की मौत के मामले में शुक्रवार को थानाध्यक्ष कमलेश, एएसआइ बलिंद्र व चौकीदार संजय पासवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. एससी-एसटी थानाध्यक्ष नीलकमल ने बताया कि मृत गणेश के पुत्र बलराम रविदास ने शुक्रवार को नगरनौसा थानाध्यक्ष कमलेश कुमार, एएसआइ बलिंद्र राय, चौकीदार जितेंद्र कुमार, संजय पासवान, ग्रामीण नरेश साव, पवन साव, दयानंद साव व कमलेश कुमार समेत एक अन्य पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. इस मामले में एसपी नीलेश कुमार ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वहीं, फरार चौकीदार जितेंद्र की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
इधर जिस युवती के अपहरण के मामले में पुलिस ने गणेश रविदास को हिरासत में लिया था, वह युवती शुक्रवार को हिलसा पहुंची और सरेंडर करने के लिए दिन भर कोर्ट का चक्कर लगाती रही, लेकिन कुछ भी सुनवाई नहीं हो सकी. एसपी नीलेश कुमार ने बताया कि नगरनौसा थानाध्यक्ष कमलेश कुमार, एएसआइ बलिंद्र राय व चौकीदार संजय पासवान को सस्पेंड कर दिया गया है.
साथ ही गणेश के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया और उसकी वीडियो रिकॉडिंग भी की गयी है. इधर, सूचना पाकर डीआइजी राजेश कुमार नगरनौसा पहुंचे और एसपी नीलेश कुमार से घटना की जानकारी ली. एसएफएल की तीन सदस्यीय टीम जांच में जुट गयी है.
- नगरनौसा प्रखंड जदयू महादलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष थे गणेश रविदास
- डीआइजी पहुंचे नगरनौसा, जांच में जुटी एसएफएल की टीम
- थानाध्यक्ष समेत नौ पर दर्ज करायी गयी प्राथमिकी
- थाने का घेराव, रोड़ेबाजी, तीन पुलिस अिधकारी घायल
इधर, जदयू नेता की मौत के बाद शुक्रवार की सुबह ग्रामीण व परिजन आक्रोशित हो गये और थाने का घेराव किया. इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने रोड़ेबाजी की, जिसमें तीन पुलिस पदाधिकारी समेत कई सिपाही जख्मी हो गये. इसके बाद लोगों ने बिहारशरीफ-पटना मुख्य मार्ग को नगरनौसा बाजार में जाम कर दिया. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज कराना पड़ा.
क्या है पूरा मामला
जदयू नेता 50 वर्षीय गणेश रविदास नगरनौसा थाने के सैदपुरा गांव के निवासी थे. इसी गांव के नरेश साव ने अपनी 16 वर्षीया बेटी के अपहरण की आशंका जताते हुए 11 जून को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इस मामले में बलराम रविदास ने बताया कि प्राथमिकी में उनके पिता गणेश आरोपित भी नहीं थे. इसके बाद भी 10 जुलाई की शाम चार बजे घर से गिरफ्तार कर हाजत में बंद कर दिया गया था.
11 जुलाई की रात पुलिस से सूचना मिली कि उनके पिता की मौत हो चुकी है. इधर, पुलिस का कहना है कि गणेश ने थाने के शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. लेकिन, मृतक के परिजनों ने बताया कि गणेश की पुलिस कस्टडी में बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी है.