तमाम वरीय पुलिस पदाधिकारी पहुंचे
अधिवक्ता संघ ने दिवंगत सिपाही को दी श्रद्धांजलि
पटना : दानापुर कोर्ट में ड्यूटी निभाने के दौरान अपराधी के गोली के शिकार हुए बहादुर पुलिस जवान प्रभाकर राज (36 वर्ष) को गुरुवार की सुबह पटना पुलिस लाइन में अंतिम विदाई दी गयी.
बिहार पुलिस के जवान प्रभाकर राज को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. गार्ड ऑफ ऑनर देने के लिए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, जोनल आइजी सुनील कुमार, सेंट्रल रेंज के डीआइजी राजेश कुमार, एसएसपी गरिमा मलिक और पटना पुलिस के तमाम वरीय पुलिस पदाधिकारी पहुंचे थे. गार्ड ऑफ ऑनर के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है.
अपराधियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन के संकेत : गार्ड ऑफ ऑनर के बाद डीजीपी ने कहा कि अपराधी कहीं भी छुप जाएं, उन्हें छोड़ा नहीं जायेगा. जवान प्रभाकर का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा. अब अपराधियों की खैर नहीं है.
इशारों-इशारों में ही डीजीपी ने अपराधियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन के संकेत दिये हैं. प्रभाकर के परिवार को ढांढ़स बंधाते हुए उन्होंने हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है. डीजीपी ने कहा कि मृतक के आश्रितों को आर्थिक मदद दी जायेगी. एक आश्रित को अनुकंपा पर नौकरी दिलाने का प्रयास करेंगे. वहीं, बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज का कहना है कि एसोसिएशन दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ है.
विभाग की तरफ से परिवार को मिलेगी यह सुविधा
पुलिस के नियमानुसार मुठभेड़ में मारे गये सिपाही प्रभाकर राज की पत्नी को दस लाख रुपये का अनुदान दिया जायेगा. सिपाही की रिटायर्ड होने की तारीख तक पूरा वेतन तथा बाद में पेंशन की सुविधा मिलेगी. इसके अलावा पत्नी, बेटा अथवा बेटी जो भी चाहे उसको अनुकंपा पर नौकरी देने का प्राविधान है.