पटना : बिहार के परिवहन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में 2067.21 करोड़ रुपये राजस्व संग्रह किया है जो कि पिछले साल की तुलना में 27.23 प्रतिशत अधिक है. विभाग के मंत्री संतोष कुमार निराला ने गुरुवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए परिवहन विभाग के 4 अरब 57 करोड़ 42 लाख 4 हजार रुपये के आय-व्यय की मांग पर चर्चा का जवाब देते हुए यह जानकारी दी.
निराला ने बताया कि उनके विभाग ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में निर्धारित लक्ष्य 2000 करोड रुपये से अधिक 2067.21 करोड़ रुपये राजस्व संग्रह किया है जो कि पिछले साल की तुलना में 27.23 प्रतिशत अधिक है. उन्होंने बताया कि बिहार में वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान 1202188 वाहनों का निबंधन किया गया जो कि पिछले साल की तुलना में आठ प्रतिशत अधिक है. निराला ने बताया कि वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर पटना शहर में मोबाइल आधारित ईचलान के माध्यम आन स्पाट जुर्माना लिया जा रहा है जिसे अन्य जिलों में विस्तारित करने के लिए कार्रवाई की जा रही है.
पटना शहर में यातायात उल्लंघन करने पर वेब आधारित ईचलान दिए जाने का काम प्रारंभ किया गया है. इसके लिए पुलिस अधीक्षक यातायात की निगरानी में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां सीसीटीवी कैमरे की मदद से वाहन को निबंधन संख्या के आधार पर यातायात नियमों के उल्लंघन करने पर वाहन मालिकों को ईचलान उनके निबंधन प्रमाणपत्र में अंकित पते पर डाक से भेजा जाता है.
निराला ने बताया कि बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के अधीन 233 पुरानी बसों में 76 पुरानी बसें विभिन्न मार्गों पर परिचालित हैं. इसकी संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लोक निजी भागीदारी योजना के अंतर्गत निगम के नियंत्रणाधीन 238 निजी बसों का परिचालन भी किया जा रहा है. निराला ने बताया कि बिहार उत्तरप्रदेश के बीच हुए आपसी समझौते के तहत पटना, बक्सर, बिहारशरीफ एवं किशनगंज से गजियाबाद के बीच कुल सा वोल्वो लक्जरी बसों का परिचालन किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि बिहार एवं पड़ोसी देश नेपाल के बीच बस परिचालन के लिए हुए आपसी समझौते के तहत बोधगया-पटना-काठमांडू मार्ग पर प्रतिदिन दो बस तथा पटना-जनकपुर मार्ग पर प्रतिदिन चार बसों का परिचालन किया जा रहा है. परिवहन मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्य मंत्री के जवाब के बीच में ही बहिर्गमन किया.