पटना : उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हिंदी भाषियों को पश्चिम बंगाल से भगाने का आरोप लगाया है. साथ ही राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस नेता को अब केवल वाड्रा की जमीन और अपनी पार्टी बचाने के लिए हर दिन लड़ना है.
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि ‘ममता बनर्जी ने ‘जय श्रीराम’ का नारा लगानेवाले हिंदीभाषियों को जिस तरह से धमकाया और खुद पुलिस से गिरफ्तार कराया, उससे लगता है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसानेवाली तृणमूल सरकार अपने ही देश के लाखों हिंदीभाषी लोगों को राज्य से भगाने की साजिश रच रही हैं.’ साथ ही उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि ‘ममता बतायें कि क्या पश्चिम बंगाल में ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने की धार्मिक आजादी खत्म कर दी गयी है? क्या धर्म और भाषा के आधार पर किसी समुदाय को किसी राज्य में रहने से रोका जा सकता है?’
बीजेपी नेता ने बिना नाम लिये आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर निशान साधते हुए कहा कि ‘जब दीदी (ममता बनर्जी ) लगातार संवैधानिक व्यवस्था पर चोट कर रही हों, तब बिहार में संविधान बचाओ यात्रा की नौटंकी करनेवालों ने चुप्पी क्यों साध ली? क्या उन्हें पड़ोसी राज्य में बसे बिहार के हिंदी भाषियों की चिंता नहीं है?’ मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में ‘संविधान बचाओ यात्रा’ की शुरुआत की थी और जनता से संविधान बचाने को लेकर आरजेडी का समर्थन करने की अपील की थी.
वहीं, एक अन्य ट्वीट में सुशील कुमार मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में साबित किया कि हाल की महापराजय से उन्होंने कोई सबक नहीं लिया. यह अवसर उनके लिए एनडीए सरकार के रचनात्मक कार्यों में सहयोग और केवल मुद्दा आधारित विरोध करने का भरोसा देने का था. लेकिन, चुनावी मोड में रह कर ‘जनता के लिए हर दिन लड़ने’ की बात करते रहे. काश! वह मान लेते कि सवा सौ करोड़ लोगों ने अपनी समस्याओं से लड़ने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंप दी है, इसलिए अब राहुल गांधी को केवल वाड्रा की जमीन और कांग्रेस पार्टी को बचाने के लिए हर दिन लड़ना है.’