दनियावां : दनियावां प्रखंड के शाहजहांपुर थानां के जीवनचक गांव में कुएं में गिरे तिरपाल को निकालने के लिए 35 फिट गड्ढे कुंआ में नीचे उतरे एक भतीजा और एक पड़ोसी युवक की कुएं में बने मीथेन गैस के कारण दम घुटने से मौत हो गयी है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि जीवनचक गांव निवासी मनोज सिंह जो वर्षों से अपने घर मे किराना दुकान चलाते हैं के घर के आंगन में वर्षों पुरानी बनी गहरे कुएं में शनिवार की शाम घर में रखे एक तिरपाल गिर गया. जिस तिरपाल को निकालने के लिए उनका भतीजा प्रतोष कुमार उर्फ सोनू कुमार (20वर्ष) अपने पड़ोसी सुरेश ठाकुर के पुत्र इंद्रजीत कुमार उर्फ कारू ठाकुर (35वर्ष) के साथ कुएं में उतरा की पहले कारु बेहोश हो गया. उसके बाद प्रतोष कुमार भी बेहोश हो गया. इस अप्रत्याशित घटना को देख कर प्रतोष के चाचा मनोज हल्ला कर ग्रामीणों को बुलाया.
ग्रामीणों ने सूखे कुआं में पानी डाल कर छड़ के सहारे भारी मशक्कत के बाद कुएं से दोनों को बेहोशी की हालत में निकला और आनन फानन में दनियावां पीएचसी में भर्ती कराया. जहां से चिकित्सकों ने दोनों को बेहतर इलाज हेतु पटना एनएमसीएच भेज दिया. एनएमसीएच पहुंचते ही चिकित्सको ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. इस बात की सूचना देर शाम गांव में पहुंचते ही कोहराम मच गया.
मौके पर मौजूद शाहजहांपुर थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. प्रतोष दो भाइयों में छोटा था और अपनी विधवा मां धर्मशीला देवी के साथ रहता था और पढ़ाई के साथ-साथ चाचा मनोज का दुकान चलाने में सहयोग करता था. बड़ा भाई संतोष कुमार दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में काम करता है. इंद्रजीत कुमार उर्फ कारु ठाकुर राजमिस्त्री का काम करता था. उसकी पत्नी सरोज देवी फतुहा के कच्चिदरगाह में एक निजी नर्सिंग होम में बड़ा ऑपरेशन से एक पुत्र का जन्म दी है. इस घटना को सुनते ही दोनों के घर मे कोहराम मच गया. परिजनों के कर्दन से पूरा गांव में मातम छा गया.