पटना : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने महागठबंधन के नेता उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि महामिलावट के नेताओं द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खून-खराबे की बात करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
ये लोग संभावित हार के डर से बौखलाये गये हैं और लगातार संवैधानिक एवं स्वायत्त संस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हें अब लोकतंत्र में विश्वास एवं संविधान में आस्था नहीं रही. उन्होंने कहा कि रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा के मुंह से खून-खराबे वाली बात सुनकर आश्चर्य है. क्या राजनीति नीति-नैतिकता-सिद्धांत-मर्यादा को ताक पर रखकर की जायेगी.
यह दुखद है कि ईर्ष्या-द्वेष-भेदभाव की भावना फैलाकर सतही राजनीतिक स्वार्थ की सिद्धि में महागठबंधन के लोग लगे हैं. वहीं, भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल और संजय टाइगर ने कहा है कि उपेन्द्र कुशवाहा हताश, निराश और बौखलाहट के कारण इस तरह का बयान दे रहे हैं. लोकतंत्र में फैसला लेने का हक जनता को है, न कि लाठीतंत्र को. जनता के फैसले को स्वीकार न करना लोकतंत्र का अपमान है.