सम्राट अशोक के नाम पर पटना सिटी को गांधी मैदान से जोडने वाली सड़क के किनारे बसे इलाकों का हाल
पटना : पटना को स्मार्ट बनाने को फाइलों में तरह-तरह की योजनाएं घूम रही है. इस दिशा में कुछ काम भी हो रहे हैं. लेकिन, सम्राट अशोक के नाम पर पटना के पूर्वी हिस्से पटना सिटी को गांधी मैदान से जोडने वाली सड़क से सटे इलाके की तंग बस्तियों में आज भी जन सुविधाओं को लेकर परेशानी है. मोहल्ले के लोगों की मानें तो गलियों का जो विकास होना चाहिए.
वह नहीं हुआ. मोहल्ले में खुली नालियां ज्यों-की-त्यों है. जिसमें शौच बहते देखा जा सकता है. बहुत कम गलियों में सड़कें बनी है. मोहल्ले में जगह-जगह कचरे का अंबार, पोल पर जर्जर लटके हुए बिजली के तार, पानी जमा होने की समस्या, सड़कों पर जाम की समस्या से लोग परेशान रहते हैं. भगवान न करे कि किसी को कोई गंभीर समस्या हो. अन्यथा पीएमसीएच पहुंचने से पहले ही कोई हादसा हो जाये. इन समस्याओं को लेकर मोहल्ले में रहने वाले या फिर बाहर से आकर बसने वाले लगातार जूझते हैं.
खासकर कोचिंग संस्थान में पढ़ाई करनेवाले छात्रों को भी समस्याएं झेलनी पड़ती है. स्थायी रूप से रहनेवाले समस्याओं को लेकर अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि को कहते भी हैं. इसे दूर करने का आश्वासन भी मिलता है. लेकिन, शायद वह आश्वासन ही बन कर रह जाता है. पांच साल बाद फिर से चुनाव के मौसम में नेताजी लोगों से मिल रहे हैं. वोट मांगने के साथ समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दे रहे हैं.
माता खुदी लेन में चापाकल खराब
गंगा तट के समानांतर अशोक राजपथ सड़क के किनारे पटना विश्वविद्यालय के बीएन कॉलेज, पटना कॉलेज, सायंस कॉलेज, पीएमसीएच, एनआईटी पटना, महेंद्रू मोहल्ला, बारीपथ, सुलतानगंज, गायघाट, पटना सिटी के कई मोहल्ले हैं. अशोक राजपथ से सटे इलाके सैदपुर, खजांची रोड, मुसल्लहपुर हाट, भीखना पहाड़ी सहित आसपास के इलाकों में काफी परेशानी है. माता खुदी लेन में देखने से ही लगा कि काफी दिनों से चापाकल खराब है. अशोक राजपथ की सड़कें दुरुस्त है. लेकिन, महेंद्रू डाकघर, बारीपथ, सुल्तानगंज सहित आसपास के मोहल्ले में घनी बस्ती के कारण सड़कों का चौड़ीकरण नहीं हुआ है.
लोगों की परेशानी
खजांची रोड सहित कई सड़कों पर दिनभर जाम रहता है. अगर एंबुलेंस फंस जाये, तो मरीज की हालत खराब हो सकती है.
सत्येंद्र कुमार
गलियों में कचरा से लोग परेशान हैं. मोहल्ले में जल निकासी की व्यवस्था नहीं है. कई स्थानों पर नाले का निर्माण नहीं हुआ है.
मंटू कुमार, सैदपुर
जलापूर्ति पाइप के क्षतिग्रस्त होने से पानी की बर्बादी के अलावा गंदा पानी घरों में पहुंचता है. मोहल्ले में निगम की जलापूर्ति की सुविधा सिर्फ नाम की है. कई साल पुरानी पाइपलाइन बिछी है. मोहल्ले में बिजली के तार काफी पुराने हैं. कई जगह पर तार जर्जर होकर लटक रहे हैं.
गोलु कुमार, मुसल्लहपुर
