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युवा मतदान करेंगे तो आयेंगे सकारात्मक बदलाव
पटना : मतदान में युवा वोटरों की भागीदारी बढ़ेगी, तभी शहरों में भी वोट प्रतिशत बढ़ेंगे. युवा अपने मत का प्रयोग कर चुनाव परिणाम में गुणात्मक बदलाव ला सकते हैं. आप का वोट लोकतंत्र में बहुत अहमियत रखता है. वोट ही लोकतंत्र की आधारशिला है. ऐसे में जरूरी है कि वोट का प्रयोग कर युवा […]
पटना : मतदान में युवा वोटरों की भागीदारी बढ़ेगी, तभी शहरों में भी वोट प्रतिशत बढ़ेंगे. युवा अपने मत का प्रयोग कर चुनाव परिणाम में गुणात्मक बदलाव ला सकते हैं. आप का वोट लोकतंत्र में बहुत अहमियत रखता है. वोट ही लोकतंत्र की आधारशिला है.
ऐसे में जरूरी है कि वोट का प्रयोग कर युवा मतदाता लोकतंत्र के इस पर्व को सफल बनाएं. ये बातें शनिवार को प्रभात खबर की ओर से पटना वीमेंस कॉलेज में ‘वोट करें देश गढ़ें’ की थीम पर आयोजित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में डीसीएलआर सह बांकीपुर विधानसभा के सहायक निर्वाची पदाधिकारी शशि शेखर ने कॉलेज की छात्राओं को कहीं.
पदाधिकारी ने कहा कि पिछली बार बांकीपुर विधानसभा में वोट प्रतिशत मात्र 55 फीसदी रहा था. इस बार इस प्रतिशत को बढ़ाने के लिए शहरी क्षेत्र में वोट देने के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है, ताकि लोग घरों से निकल कर वोट करें.
सहायक निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि जिले में 19 मई को मतदान है. उस दौरान गर्मी रहेगी, लेकिन आप लोगों को घरों से निकल कर वोट देने की पहल करनी होगी. इसके लिए आप स्वयं जागरूक हों और अपने परिजनों व दोस्तों को भी जागरूक करें.
उन्होंने छात्रों को जानकारी देते हुए बताया कि अगर अभी भी आप का नाम मतदाता सूची में नहीं है तो httpt// www.nvsp.in एवं httpt// electoralsearch.in का उपयोग कर मतदाता सूची में नाम जुड़वा सकती हैं. इसके अलावा टॉल फ्री नंबर 1950 पर फोन कर मतदान केंद्र का पता, नजरी नक्शा की भी जानकारी भी ले सकते हैं.
मतदान केंद्रों पर प्रारंभिक स्वास्थ्य आवश्यकता, पानी, प्रसाधन और दिव्यांग मतदाताओं को आने जाने तक की सुविधा दी जायेगी. कार्यक्रम में इवीएम व वीवीपैट के माध्यम से छात्राओं को डमी वोट कर दिखाया गया, इस दौरान िजला चुनाव आइकॉन गायक सीताराम सिंह, लोकगायिका नीतू नवगीत व कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल सिस्टर तनीशा के साथ जिला प्रशासन की टीम व लगभग दो सौ से अधिक छात्राएं मौजूद थीं.
वोट पर छात्राओं के हर सवाल का दिया जवाब
पटना . प्रभात खबर वोट करें देश गढ़ें कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न जगहों पर जाकर मतदाताओं से वोट करने अपील कर रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को वीमेंस कॉलेज में कार्यक्रम आयोजित हुआ.
इस दौरान छात्राओं ने कार्यक्रम में आये पटना सदर अनुमंडल डीसीएलआर सह बांकीपुर विधानसभा के सहायक निर्वाची पदाधिकारी शशि शेखर से इवीएम, वीवीपैट, मतदाता सूची में नये नाम जोड़ने, संशोधन करने के अलावा वोट सेलिंग, मतदान के ध्रुवीकरण जैसे सवालों पूछे. पदाधिकारी ने छात्राओं के सवाल को गंभीरता से लेते हुए बड़ी बारीकी से जवाब दिया, बल्कि अधिक से अधिक जानकारी भी दी.
इवीएम, वीवीपैट, मतदाता सूची, नये नाम जोड़नेसंशोधन करने, वोट सेलिंग, ध्रुवीकरण जैसे मुद्दे उठाये
रितिका कुमार (सवाल) – जब वोट देने के लिए इवीएम पर्याप्त है, तो वीवीपैट का उपयोग क्यों?
जवाब- वीवीपैट के उपयोग से आप मौके पर ही यह जान सकते हैं कि जिसको आपने वोट दिया, वोट उसी उम्मीदवार को गया या नहीं. मतदाता पर्ची सात सेकेंड के लिए आप को दिखती है. वीवीपैट के उपयोग से अपने निर्वाचन सिस्टम पर और विश्वास बढ़ा है.
आकांक्षा वर्मा (सवाल)- अगर हम वोट देने की तारीख तक 18 वर्ष की उम्र को पूरा करते हैं, तो क्या हम वोट दे सकते हैं?
जवाब- सबसे पहली बात की वोट देने के लिए आप का नाम मतदाता सूची में जुड़ा होना चाहिए. आप का अपना नाम मतदाता सूची में तभी जुड़ सकते हैं, जब आप ने एक जनवरी 2019 को 18 वर्ष की उम्र पूरा कर ली है.
तुबा इमाम (सवाल)- कई बार विभिन्न कारणों से वोट का ध्रुवीकरण हो जाता है. जिससे चुनाव परिणाम में असर होता है, सोशल मीडिया भी इस पर प्रभाव डाल रही है. इसको रोकने के लिए प्रशासन ने क्या किया है?
जवाब- वोट देने के पीछे आप की अपनी सोच होती है. जब अाप वोट देने जाते हैं तो अकेले होते हैं. ऐसे में ध्रुवीकरण भौतिक रूप से कहीं प्रभावित नहीं करता है. जहां तक सोशल मीडिया का सवाल है तो निर्वाचन आयोग इस पर भी नजर बनाये हुए है. इसका कोषांग बना हुआ है. हम इसका भी खर्च जोड़ रहे हैं, जो निश्चित है.
कोमल कश्यप (सवाल)- हमने दस से 15 दिन पहले मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, अभी तक जानकारी नहीं मिली.
जवाब- आप को एसएमएस के माध्यम से इसकी जानकारी दी गयी होगी. अगर ऐसा नहीं तो आप टॉल फ्री नंबर पर फोन कर जानकारी ले सकते हैं. अगर आवेदन सही होंगे तो, इआरओ ने आप का नाम जोड़ दिया होगा.
शिगुफ्ता मरियम (सवाल)- हमारे देश में 21 फीसदी जनता बीपीएल श्रेणी में आती है. इस कारण से वोट सेलिंग की घटना भी होती है. ऐसा क्यों?
जवाब- कमजोर तबके या चिह्नित मुहल्लों में वोट देने को लेकर कोई समस्या नहीं हो, इसके लिए प्रशासन विशेष नजर बनाये हुए हैं. अधिकारी फोन कर लोगों का हाल जानते रहेंगे. जहां तक वोट सेलिंग की बात है, तो बीपीएल श्रेणी से वोट सेलिंग का कोई संबंध नहीं है.
वोट करना हमारा अधिकार
प्रभात खबर की ओर से नये मतदाताओं को जागरूक करने के लिए ‘वोट करें, देश गढ़ें’ अभियान लगातार चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को पटना वीमेंस कॉलेज में यह आयोजन किया गया था. इस अवसर पर डीसीएलआर पटना सदर के शशि शेखर, इलेक्शन आइकन नीतू नवगीत और सीताराम सिंह मौजूद थे.
कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल सिस्टर तनीषा एसी ने सभी का स्वागत किया साथ ही छात्राओं को वोट करने के बारे में जागरूक किया. उन्होंने फंडामेंटल राइट के बारे में बताया साथ ही छात्राओं से आग्रह किया कि वे सभी इस जागरूकता कार्यक्रम से जुड़ें और बेझिझक सवाल पूछे.
मतदाता जागरूकता पर गीतों ने समां बांधा
इलेक्शन आइकन नीतू नवगीत ने सभी छात्राओं से आग्रह किया कि वोट करना आपका अधिकार है. उन्हें इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए. उन्होंने लोकगीत के माध्यम से छात्राओं को वोट के प्रति जिम्मेदारी को समझाया. सभी छात्राओं ने वोट करने की बात पर अपनी सहमति जतायी.
वहीं इलेक्शन आइकन सीताराम सिंह ने भी छात्राओं को अपना नाम मतदाता सूची में शामिल करने की बात की. उन्होंने चुनाव पर आधारित गीत ‘फिर आया चुनाव का मौसम, अपने अधिकारों का मौसम’ गाकर सभी को वोट करने के लिए प्रेरित किया और अपने आस-पास के लोगों को जागरूक करने की बात कही.
छात्राओं से बातचीत
मेरे पास वोटर आइडी नहीं है. इस प्रोग्राम में शामिल होकर मुझे नाम को कैसे एनरोल करना है, इस प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गयी.
-आस्था, हिस्ट्री
मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया क्या है इसकी जानकारी मिली. इवीएम और वीवीपैट मशीन कीभी जानकारी मिली.
-सिमरन सिंह, संस्कृत
सभी नये मतदाताओं को एेसे कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए. इससे पहली बार वोटकरने वालों को काफी सहूलियत होगी.
-रूमी, पॉलिटिकल साइंस
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