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शहर में बन रही थी प्रतिबंधित दवा ऑक्सीटोसिन, तीन जगहों पर छापेमारी, चार गिरफ्तार
पटना : कहीं आप भी ऑक्सीटोसिन मिला दूध तो नहीं पी रहे हैं. दरअसल शहर में प्रतिबंधित दवा ऑक्सीटोसिन का अवैध कारोबार चल रहा है. पटना पुलिस व ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने सुनियोजित छापेमारी कर इस रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए करीब आठ लाख रुपये मूल्य की निर्मित व अर्ध निर्मित ऑक्सीटोसिन दवा, […]
पटना : कहीं आप भी ऑक्सीटोसिन मिला दूध तो नहीं पी रहे हैं. दरअसल शहर में प्रतिबंधित दवा ऑक्सीटोसिन का अवैध कारोबार चल रहा है. पटना पुलिस व ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने सुनियोजित छापेमारी कर इस रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए करीब आठ लाख रुपये मूल्य की निर्मित व अर्ध निर्मित ऑक्सीटोसिन दवा, उपकरण व केमिकल को बरामद किया है.
तीन जगहों गोरियाटोली, अशोक नगर रोड नंबर आठ व अनिसाबाद में हुई छापेमारी के दौरान चार लोग विजय अग्रवाल, राजेंद्र अग्रवाल, सूर्यभूषण व उसका बेटा राहुल कुमार गिरफ्तार किये गये. अनिसाबाद ठिकाने से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी. सिटी एसपी प्रांतोष कुमार दास ने बताया कि इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
ड्रग विभाग की टीम ने ग्राहक बन कर पहले मामले का सत्यापन किया और फिर पुलिस टीम के साथ गोरियाटोली इलाके में हेलियस भवन के पीछे स्थित बुतीसा भवन में छापेमारी की. इस भवन में विजय अग्रवाल व उनके चाचा राजेंद्र अग्रवाल ऑक्सीटोसिन दवाओं को बनाने का काम करते थे.
उनके कमरे से काफी मात्रा में ऑक्सीटोसिन दवा, उपकरण व केमिकल बरामद किये गये. दोनों की निशानदेही पर टीम ने अशोक नगर रोड नंबर आठ के देवेंद्र लेन में सूर्यभूषण के मकान में छापेमारी की. वहां बेडरूम में ऑक्सीटोसिन बनायी जा रही था. सूर्यभूषण व बेटे राहुल को पकड़ लिया.
टीम ने अनिसाबाद के धीराचक में सत्येंद्र प्रसाद के मकान में छापेमारी की. वहां किराना दुकान की आड़ में गोरखधंधा चल रहा था. टीम देख कर संचालक निकल भागने में सफल रहा.
एक तो प्रतिबंधित और ऊपर से नकली
ऑक्सीटोसिन दवा पहले से ही प्रतिबंधित है. एक तो यह प्रतिबंधित है और दूसरा नकली दवा बनायी जा रही थी.
इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग जहरयुक्त दूध पी रहे हैं. ऑक्सीटोसिन दवा का उपयोग गौपालक गाय या भैंस में दूध देने की क्षमता को बढ़ाने के लिए करते हैं.
जबकि इस दवा का मानव शरीर पर काफी दुष्प्रभाव पड़ता है. विशेषज्ञों के अनुसार ऑक्सीटोसिन दवाओं के उपयोग के बाद मिलने वाले दूध को पीने से उच्च रक्तचाप, कैंसर, यौन क्षमता पर प्रभाव, जीवन पर असर व हॉर्मोनल डिसऑर्डर हो सकता है.
यह दवा पशु क्रूरता एक्ट के तहत प्रतिबंधित है. छापेमारी टीम में ड्रग इंस्पेक्टर क्यामुद्दीन अंसारी, राजेश सिन्हा, संदीप शाह, विश्वजीत दास गुप्ता, शशिभूषण, धर्मेंद्र कुमार प्रसाद सहित पूरी टीम शामिल रही.
थानाध्यक्ष ने बताया कि छापेमारी के बाद दोनों कमरों को सील कर दिया गया है, जबकि सामान को जब्त कर लिया गया है. छापेमारी के दरम्यान मुहल्ले में अफरा-तफरी मच गयी थी. कंपनी के लोगों ने बताया कि इससे पहले जक्कनपुर थाना क्षेत्र में छापेमारी हुई थी, वहीं से मिले सुराग के आधार पर यहां छापेमारी की गयी.
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