हर साल तीन करोड़ मरीजों का इलाज इसी डिजिटल मिशन से ओपीडी में प्रतीक्षा समय 70 मिनट से घटकर हुआ 35 मिनट संवाददाता, पटना आयुष्मान डिजिटल भारत मिशन (एबीडीएम) से बिहार में साढ़े 12 हजार से अधिक अस्पताल जुड़ गये हैं. अब एक यूनिक आइडी से मरीजों का डाटा एक जगह सुरक्षित रहने लगा है. इससे डॉक्टरों को इलाज करने में मदद मिल रही है. वहीं, मरीजों को भी हर बार जांच या रिपोर्ट नहीं करवानी होती है. यह जानकारी स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी शशांक शेखर सिन्हा ने रविवार को दी. शशांक शेखर ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का बिहार में बड़ा प्रभाव हुआ है. अब तक 12600 अस्पताल और क्लीनिक एबीडीएम से जोड़े गये हैं. प्रत्येक वर्ष तीन करोड़ से ज्यादा मरीजों का इलाज इसी डिजिटल माध्यम से हो रहा है. औसत ओपीडी प्रतीक्षा समय भी 70 मिनट से घटकर 35 मिनट हो गया है. अस्पतालों में 92 प्रतिशत से ज्यादा ओपीडी सेवाएं पेपरलेस हो चुकी हैं. अब मरीज किसी भी कोने से इलाज को आयें, उनका रिकाॅर्ड डॉक्टर के समक्ष तत्काल उपलब्ध हो जाता है.
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