पटना : राजवंशी नगर स्थित लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में बन रहा ट्रॉमा सेंटर एक साल में बन कर तैयार हो जायेगा. इसमें दुर्घटना के शिकार मरीजों का पहले इलाज किया जायेगा, फिर जांच की प्रक्रिया होगी. शुरुआती तौर पर सबसे पहले मरीज को ऑक्सीजन, ब्लड सर्कुलेशन उसके बाद फ्रैक्चर वाली जगह पर कच्चा प्लास्टर लगाया जायेगा.
फिर मरीज की रेडियोलॉजी व पैथोलॉजी जांच की जायेगी. अस्पताल के निदेशक डॉ सुभाष चंद्रा ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर के लिए 123 पदों पर बहाली की स्वीकृति मिल गयी है. सड़क दुर्घटना, ऊंचाई से गिरने, पानी में डूबने, गोली लगने, आग से जलने, चाकूबाजी आदि किसी भी तरह की इमरजेंसी मामलों में ट्रॉमा सेंटर में मरीजों को बचाया जा सकेगा.
आंख के पर्दे में छेद व आंख के ट्यूमर का भी इलाज : राजेंद्र नगर नेत्रालय के निदेशक डॉ आरपी सिंह ने कहा कि 106 बेडों का अति विशिष्ट नेत्र अस्पताल अगले दो साल में तैयार हो जायेगा.
डॉ सिंह ने कहा कि नये मॉड्यूलर ओटी में आंख के सभी तरह के ऑपरेशन होंगे. आंखों के ट्यूमर, आंख के पर्दे में छेद, ग्लूकोमा, अंधापन आदि सभी तरह के ऑपरेशन व इलाज होंगे. वर्तमान में सिर्फ मोतियाबिंद का ऑपरेशन व चश्मा का पावर बदलने का इलाज किया जाता है.
ट्रॉमा सेंटर की विशेषताएं
14.76 करोड़ रुपये की लागत
30 बेडों की होगी सुविधा
तीन फ्लोरों के ट्रॉमा सेंटर का कुल क्षेत्रफल 24,219 वर्गफुट है
एक मॉड्यूलर ओटी
राजेंद्र नेत्र अस्पताल में क्या नया होगा
76.04 करोड़ रुपये की लागत
पांच फ्लोरों के अस्पताल का कुल क्षेत्रफल 83,000 वर्गफुट है
106 है बेडों की संख्या
6 मॉड्यूलर ओटी
22 विभागों के ओपीडी