नयी दिल्ली : बिहार के विभिन्न स्थानों के लिए बस सेवा शुरू करने की वहां की सरकार की योजना अधर में अटकी हुई है, क्योंकि दिल्ली का परिवहन विभाग बसें चलाने के लिए इजाजत देने के वास्ते स्पष्ट रूख जाहिर नहीं कर रहा है. अधिकारियों ने बताया कि बिहार के लाखों लोग दिल्ली में बस गये हैं. वह अपने गृह स्थानों पर जाने के लिए ट्रेनों पर निर्भर करते हैं, जिस वजह से साल भर वहां जाने वाली ट्रेनों में बेहद भीड़ होती है. इसके अलावा दिल्ली और बिहार के लिए चलने वाली निजी बसें ज्यादा किराया वसूलती हैं.
सूत्रों ने बताया कि बिहार राज्य सड़क परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) के प्रस्ताव को तत्कालीन परिवहन आयुक्त वर्षा जोशी ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी, लेकिन बाद में इसकी फाइल को परिवहन मंत्री कैलाश गहलौत ने तलब किया था. उन्होंने बताया, ‘‘ करीब दो महीने से फाइल परिवहन मंत्री के यहां पड़ी है.’ गहलौत की तुरंत प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई. बिहार के परिवहन सचिव और बीएसआरटीसी के प्रशासक संजय अग्रवाल ने कहा कि वह फाइल की मौजूदा स्थिति से अवगत नहीं हैं. अग्रवाल ने कहा, ‘‘ दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग में परमिट के लिए आवेदन किया था. हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं.’