पटना : जदयू नेता ऋषि मिश्र शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हा गये. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मदन मोहन झा की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के समय ऋषि ने कहा कि उनके लिए उस गठबंधन (राजग) में बने रहना मुश्किल हो गया था जिसमें भाजपा भी शामिल है. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 18 महीनों से मैं घुटन में जी रहा था. नीतीश जी के साथ मुझे कोई समस्या नहीं है, लेकिन मेरे लिए मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का सामना करना बहुत मुश्किल हो रहा था क्योंकि मैंने भाजपा के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था और अब मेरी पार्टी उसके साथ राजग में है.”
दिवंगत ललित नारायण मिश्रा के पोते के कांग्रेस में शामिल होने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमें खुशी है कि ऋषि जी अपने पुराने घर लौट आए हैं. उनकी मौजूदगी से पार्टी मजबूत होगी. ललित नारायण मिश्रा 1970 के दशक में बिहार में कांग्रेस के एक कद्दावर नेताओं में से एक थे. दरभंगा जिले में जाले विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में विधायक बने ऋषि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार जिबेश कुमार के हाथों पराजित हो गए थे. अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर ऋषि ने कहा वह बिना किसी शर्त के इस दल में शामिल हुए है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां जीवन भर के लिए आया हूं और पार्टी की सेवा करूंगा जैसा मेरे पिता जी ने किया.”