शशिभूषण कुंवर
पटना : लोकसभा चुनाव में इस बार बिहार में नौ नये दलों का प्रवेश होगा. राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त और राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त दलों के अलावा इनको चुनाव आयोग ने गैर राजनीतिक दलों की मान्यता दे दी है. आयोग ने इनको बिहार में अपने उम्मीदवार उतारने के लिए अलग सिंबल आवंटित किया है.
कई दलों को लोकसभा की 40 सीटों के लिए तो एक दल को राज्य में सिर्फ दो चिह्नित सीटों पर सिंबल देकर उम्मीदवार उतारने की अनुमति दी है. आयोग द्वारा गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की सूची जारी कर दी है. इसमें पहली बार विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) को भी सिंबल आवंटित किया गया है.
मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी को राज्य की सभी 40 सीटों पर प्रत्याशी उतारकर सिंबल आवंटित करने की अनुमति दी है. वीआइपी को राज्य में आदमी और पाल के साथ नाव की चुनाव चिह्न आवंटित किया गया है. इसी तरह से जनतांत्रिक विकास पार्टी को राज्य की 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी को सिंबल आवंटित करने की अनुमति मिली है. इस पार्टी को सिलाई मशीन आवंटित की गयी है.
नयी पार्टियों में शुमार राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी को भी राज्य की 40 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के लिए नारियल का खेत सिंबल का सिंबल दिया गया है. भारतीय लोकमत राष्ट्रीय पार्टी को आयोग ने राज्य की सभी 40 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में अपने प्रतिनिधियों को टोकरी चुनाव चिह्न आवंटित करने की अनुमति दी है.
इसी तरह से जयप्रकाश जनता दल को डीजल पंप का चुनाव चिह्न दिया गया है और इस पार्टी को भी राज्य की 40 लोकसभा सीटों पर सिंबल आवंटित करने की अनुमति मिली है. राज्य में आपकी अपनी पार्टी (पीपुल) को राज्य में बैट्री और टर्च का सिंबल दिया गया है. इस पार्टी को राज्य की सिर्फ दो लोकसभा क्षेत्र मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में सिंबल आवंटित करने की अनुमति दी गयी है. इसी तरह से अखंड राष्ट्रवादी पार्टी को ईंट का सिंबल और 40 लोकसभा सीटों पर सिंबल आवंटित करने का अधिकार मिला है.
इसके अलावा दो ऐसी पार्टियां हैं जिनको पूरे देश में अपने प्रत्याशियों को सिंबल आवंटित करने का अधिकार मिला है. इसमें बहुजन महापार्टी को सिटी और भारतीय समुदाय पार्टी को चेन का सिंबल मिला है. इन दलों के प्रत्याशी अगर बिहार के लोकसभा चुनाव में दिखे, तो आश्चर्य नहीं होगा.
