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पटना : 5484 करोड़ से सुधरेंगी 2530 किमी सड़कें व ड्रेनेज
स्थायी समिति की बैठक में लिये गये कई अहम निर्णय, राशि मिलते ही काम होंगे शुरू पटना : निगम क्षेत्र में 2700 किलोमीटर(किमी) सड़कें हैं, जिनमें निगम के अधीन 2530 किमी सड़कें हैं. इन सड़कों के साथ साथ ड्रेनेज व इलेक्ट्रिक डक लाइन को 5484 करोड़ की लागत से विकसित किया जायेगा. यह निर्णय गुरुवार […]
स्थायी समिति की बैठक में लिये गये कई अहम निर्णय, राशि मिलते ही काम होंगे शुरू
पटना : निगम क्षेत्र में 2700 किलोमीटर(किमी) सड़कें हैं, जिनमें निगम के अधीन 2530 किमी सड़कें हैं. इन सड़कों के साथ साथ ड्रेनेज व इलेक्ट्रिक डक लाइन को 5484 करोड़ की लागत से विकसित किया जायेगा. यह निर्णय गुरुवार को मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में आयोजित स्थायी समिति की बैठक में ली गयी.
नगर आयुक्त अनुपम कुमार सुमन ने बैठक में एजेंडा रखते हुए कहा कि निगम क्षेत्र में 532 कॉलोनियां हैं, जिसमें सड़कों की लंबाई 2530 किमी है. इन कॉलोनियों की सड़कें, ड्रेनेज, इलेक्ट्रिक डक लाइन विकसित करनी हैं. इस योजना पर खर्च होने वाली राशि का प्रस्ताव सरकार को भेजना है. सरकार से राशि की मंजूरी मिलते ही योजना पर काम शुरू कर दिया जायेगा. मेयर सीता साहू ने निर्देश दिया कि शीघ्र सरकार को राशि आवंटन के लिए प्रस्ताव भेज दें.
पहले चरण में 100 कॉलोनियों की सड़कें की जायेंगी विकसित : नगर आयुक्त ने बताया कि इस योजना को तीन चरणों में पूरा किया जायेगा. पहले चरण में 100 कॉलोनियों को चुना गया है. इन चयनित कॉलोनियों की 646 किमी सड़कें, ड्रेनेज व क्रॉस ड्रेनेज सिस्टम विकसित करने के साथ-साथ इलेक्ट्रिक डक लाइन भी तैयार की जायेगी, ताकि ओवर हेड विद्युत तार या टेलीफोन तार नहीं दिखें.1400 करोड़ रुपये होंगे खर्च : 646 किमी सड़कों को विकसित करने पर 1400 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
इस राशि की स्वीकृति के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जायेगा. राशि आवंटित होते ही योजना पर काम शुरू किया जायेगा. नगर आयुक्त ने बताया कि वैसी कॉलोनियों को चुना गया हैं, जिनमें पहले से सड़क व ड्रेनेज सिस्टम नहीं हैं.
वार्ड सभा की अनुशंसा पर तय किये जायेंगे चौक-चौराहों के नाम
स्थायी समिति की बैठक में स्व राम नारायण शास्त्री से लेकर नागार्जुन चौक तक बनने वाले पार्क का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया. इस प्रस्ताव पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिया गया कि संबंधित वार्ड में पार्क, सड़क, चौक-चौराहा के नामों की अनुशंसा को ही स्थायी समिति में रखा जायेगा. इसके बाद नामकरण पर निर्णय लिया जायेगा. वहीं, कवि गुरु रवींद्र नाथ टैगोर चौक यानी डाकबंगला पर भव्य प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया गया. इस निर्णय के आलोक में प्रमंडलीय आयुक्त को प्रस्ताव भेजा जायेगा.
खरीदे जानेवाले उपकरण
उपकरण के नाम संख्या लागत
डीसिल्टिंग मशीन 4 7.90 करोड़
बॉबकैट/जेसीबी 75 10.75 करोड़
रोड स्वीपर(बड़ा) 3 5.54 करोड़
रोड स्वीपर(छोटा) 4 5.57 करोड़
पोकलेन 6 3.58 करोड़
लोडर 75 15.14 करोड़
बिल्ट-अप ट्रक 119 12.20 करोड़
डीवाटरिंग पंप 6 2.91 करोड़
कैटल कैचर 6 89.82 लाख
ई-कार्ट 182 2.33 करोड़
29,682 लाभार्थियों की सूची तैयार
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निगम क्षेत्र में एक भी लाभार्थी को अब तक लाभ नहीं मिला है. नगर आयुक्त ने स्थायी समिति की बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 29,682 लाभार्थियों की सूची रखते हुए कहा कि प्रस्ताव की स्वीकृति मिलती है, तो स्वीकृत प्रस्ताव सरकार को भेजा जायेगा. इसके बाद लाभार्थियों को राशि आवंटित की जायेगी.
इस प्रस्ताव को स्वीकृत करते हुए मेयर ने कहा कि तैयार की गयी सूची में कोई त्रुटि नहीं रहे. इसको लेकर वार्ड स्तर पर कैंप लगा कर लाभार्थियों की सूची तैयार कर लें और संशोधित प्रस्ताव सरकार को भेजा देंगे, ताकि एक भी लाभार्थी योजना से वंचित नहीं रहे. नगर आयुक्त ने बताया कि निगम क्षेत्र में 75 वार्ड हैं. इन वार्डों में लाभार्थियों की संख्या 29,682 है, जिनके पास अपनी जमीन है. इन लाभार्थियों को शीघ्र राशि आवंटित करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है.
फाइलों का किया जायेगा डिजिटलाइजेशन
स्थायी समिति की बैठक में नगर आयुक्त ने पुरानी व वर्तमान फाइलों का इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड रखने के लिए डिजिटलाइजेशन करने से संबंधित प्रस्ताव रखते हुए कहा कि सॉफ्टवेयर डेवलप करने पर 25.58 लाख रुपये खर्च होंगे. इससे फाइलें गायब होने या नहीं मिलने की आशंका खत्म हो जायेगी. वहीं, पुरानी से पुरानी फाइलों को खोजने में आसानी होगी. मेयर ने इस प्रस्ताव को स्थायी समिति की सहमति से स्वीकृति देते हुए कहा कि चयनित एजेंसियों को शीघ्र वर्क ऑर्डर दें, ताकि डिजिटलाइजेशन का काम जल्द शुरू हो सके.
तारामंडल में फैलायी गंदगी गार्डन में धोया गया बरतन
स्वच्छ भारत मुहिम की धज्जियां जिम्मेदार अधिकारी ही उड़ाते हैं तो अच्छा नहीं लगता है. जिम्मेदार नागरिकों का कर्तव्य बनता है कि स्वच्छता की मुहिम चलाये.
लेकिन बुधवार को तारामंडल सभागार में बिहार राज्य सहकारी अंकेक्षण पदाधिकारी संघ का कार्यक्रम था. कार्यक्रम के दौरान लोगों ने गंदगी फैला दी. इस कारण सभागार हॉल के इंट्री प्वाइंट पर गंदगी का अंबार पड़ा हुआ है. कार्यक्रम के समापन के बाद गुरुवार को भी गंदगी साफ नहीं हुई. इसके साथ ही वहां बने गार्डन में भी गंदगी फैलायी जा रही थी. गार्डन में ही बर्तन धुलाई का काम चल रहा था. इस तरह तारामंडल जैसे स्थान में गंदगी फैलाना बड़ा सवाल खड़ा करता है.
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