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पटना : गुंजन खेमका की हत्या के पीछे 14 बीघा जमीन तो नहीं

गुरुवार को दिन के 11 बजकर 47 मिनट पर पटना के व्यवसायी और औद्योगिक थाना क्षेत्र की जेके फैक्टरी के मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. इसके बाद लोगों व व्यवसायियों का गुस्सा फूट पड़ा. वहीं, लोगों के बीच यह भी चर्चा है कि आखिर गुंजन खेमका की हत्या क्यों की गयी? पटना […]

गुरुवार को दिन के 11 बजकर 47 मिनट पर पटना के व्यवसायी और औद्योगिक थाना क्षेत्र की जेके फैक्टरी के मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. इसके बाद लोगों व व्यवसायियों का गुस्सा फूट पड़ा. वहीं, लोगों के बीच यह भी चर्चा है कि आखिर गुंजन खेमका की हत्या क्यों की गयी?
पटना : पटना के बड़े कारोबारी, मगध हॉस्पिटल के साझेदार गोपाल खेमका के बेटे व भाजपा के लघु प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक गुंजन खेमका की परेशानी नौ महीने पहले तब शुरू हो गयी थी, जब एक 14 बीघा जमीन के लिए गुंजन ने एडवांस दे दिया था. लेकिन जिस जमीन के लिए एडवांस दिया गया था, उस जमीन के लिए दो भाइयों के बीच विवाद चल रहा है.
मामला कोर्ट में है, लेकिन एक भाई ने बहुत ही कम रेट पर अपने हिस्से की जमीन बेचने के लिए गुंजन से बयाना ले लिया था. यह जमीन सोनपुर-छपरा फोरलेन पर मौजूद है. इसी जमीन को खरीदने के लिए लोकल भूमाफियाओं ने भी नजर गड़ा दी थी. लोकल भूमाफिया ने गुंजन को रास्ते से हटाने के लिए लोकल अपराधी गैंग की मदद ली थी. इसी के बाद से ही धमकी का दौर शुरू हुआ था.
गुंजन की हत्या के बाद गुंजन के दोस्त राहुल शर्मा ने बताया कि छह महीने से धमकी भरे कॉल आ रहे थे. धमकी भरे कॉल सिर्फ गुंजन को ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी को भी आ रहे थे. फोन पर अपराधी गाली-गलौज करते थे. परिवार के लोगों का कहना है कि रंगदारी मांगी जाती थी. बर्बाद करने की धमकी दी जाती थी, लेकिन जानकारी मिली है कि यह फोन वैशाली के लोकल अपराधी कर रहे थे.
वह चाहते थे कि गुंजन खेमका इस जमीन को छोड़ दे, लेकिन गुंजन भी जमीन को छोड़ना नहीं चाहते थे. इस धमकी के बीच छह महीने पहले गुुंजन ने गांधी मैदान थाने में सनहा भी दर्ज कराया था. इसलिए हत्या के बाद सीधे तौर पर पुलिस की लापरवाही को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
दो बार जमीन पर कब्जे का प्रयास, कुछ लोग गये थे जेल : सोनपुर-छपरा फोरलेन पर मौजूद जिस जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, उसको लेकर दो बार और तनातनी हो चुकी थी. सूत्र बताते हैं कि दो बार जमीन को कब्जा करने की कोशिश की गयी थी.
इस दौरान वैशाली पुलिस ने वैशाली के अपराधियों को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन धमकी का दौर थमा नहीं. अक्सर अपराधी गुंजन खेमका की पत्नी को फोन कर बोलते थे कि अपने पति को समझा लो, नहीं तो बर्बाद कर देंगे. वैशाली से लाश जायेगी. इस तरह की धमकी मिलती थी. हाल में इस मामले ने तूल पकड़ लिया था. सूत्र बताते हैं कि अपराधियों ने धमकी दी थी कि जिस दिन वैशाली आओगे, छोड़ेंगे नहीं. इसके बाद से गुंजन ने वैशाली जाना कम कर दिया था. उधर अपराधी लगातार गुंजन खेमका की रेकी कर रहे थे.
गांधी सेतु से ही पीछे लग गयी थी एक गाड़ी, फैक्टरी गेट पर पहले से बैठा था शूटर
वैशाली के औद्योगिक थाना क्षेत्र में जीके कार्टन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रूई कार्टन की फैक्ट्री है. इस फैक्टरी की देखरेख गुंजन खेमका ही करते थे.
गुरुवार की सुबह गांधी मैदान साउथ सर्किल में मौजूद कटारुका आवास से करीब 10:30 बजे गुंजन अपने ड्राइवर मनोज दास को लेकर वैशाली के लिए निकले थे. सूत्र बताते हैं कि गांधी सेतु पहुंचते ही इनका पीछा हो रहा था. इनकी गाड़ी के पीछे एक गाड़ी से अपराधी पीछा कर रहे थे. इसके अलावा शूटर को वैशाली में फैक्टरी गेट पर पहले से बैठा दिया गया था. शूटर ब्लू रंग की पल्सर से थे, जिस पर नंबर नहीं था. लोग बता रहे हैं कि पल्सर काफी पहले से लगी हुई थी.
इसके अलावा पीले रंग की जैकेट पहने हुआ एक अपराधी थोड़ी दूरी पर खड़ा था. गुंजन खेमका जैसे ही अपने फैक्टरी के गेट पर पहुंचे और अंदर जाने के लिए चालक ने हॉर्न बजाया. इसी बीच शूटर ने बिल्कुल पास से गोली मार दी. गुंजन और चालक दोनों को गोली लगी है. नाइन एमएम की पिस्टल से गोली मारी गयी है, जिमसें गुंजन की मौत हो गयी है, जबकि चालक गंभीर रूप से घायल है.
कटारुका अपार्टमेंट की छठी मंजिल पर रहता है गुंजन का परिवार
गांधी मैदान साउथ सर्किल में कटारुका अपार्टमेंट गोपाल खेमका का है. इसमें छठी मंजिल पर गोपाल खेमका अपने बड़े बेटे गुंजन खेमका के परिवार के साथ रहते हैं. गुंजन के दो बच्चे हैं. एक बेटी है, जो नोट्रेडम में चौथी क्लास में पढ़ती है, जबकि एक बेटा है, जो प्ले स्कूल में पढ़ता है.
वहीं गोपाल खेमका के परिवार के अन्य सदस्य गोविंद मित्रा रोड में रहते हैं. गुंजन खेमका अपने पिता गोपाल खेमका के कारोबार को तो आगे बढ़ा ही रहे थे, बल्कि अपना भी कारोबार करते थे. जानकारी के मुताबिक वैशाली में रूई काॅर्टन फैक्ट्री है. डाकबंगला से स्टेशन जाने वाली रोड में मौजूद पेट्रोल पंप भी इसी परिवार का है. इसके अलावा अन्य भी कारोबार था. गुंजन का झुकाव अब रियल स्टेट कारोबार की तरफ हो गया था.
बिहार विधानसभा में सत्तारुढ़ दल के उप मुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि गुंजन खेमका के हत्यारों को प्रशासन 24 घंटे में गिरफ्तार करे. यह घटना अपराधियों के बढ़े मनोबल को दर्शाता है.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हत्या ने साबित कर दिया कि बिहार में कानून का राज नहीं है. जापलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने कहा कि राज्य में शासन व प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं रह गई है.
गुरुवार की दोपहर करीब एक बजे वैशाली में गुंजन की हत्या होने के बाद गोपाल खेमका को जानकारी मिली. इस मौत की खबर से घर में लोग सन्न रहे गये. पूरे परिवार में मातम पसर गया. चीख-पुकार मच गयी. गुंजन खेमका की पत्नी के लिए यह खबर किसी सदमे से कम नहीं था. वह बार-बार बेहोश हो रही थी. बच्चों का भी बुरा हाल था. वहीं, गोपल खेमका भी गश खाकर जमीन पर गिर गये, उन्हें तो लगा कि काठ मार गया है. पूरा परिवार इस हत्या से तड़प उठा है.
परिवार के लोग पुलिस पर सीधे सवाल उठा रहे हैं. वहीं घटना के बाद परिवार के लोग तत्काल वैशाली पहुंचे. वहां पर सदर अस्पताल में गुंजन की लाश रखी हुई थी. इधर इतने बड़े कारोबारी पुत्र की हत्या के बाद पुलिस महकमा भी सकते में था. आनन-फानन में एफएसएल जांच करायी गयी और शव का पोस्टमार्टम कराया गया. करीब 3:30 बजे पोस्टमार्टम के बाद शव को पटना आवास पर लाया गया. यहां पर पहले से व्यवसायी जगत के लोग आवास पर मौजूद थे.
खेमका परिवार के रिश्तेदार, करीबी, मित्र व कारोबारी आवास पर पहुंचे हुए थे. भाजपा के नेताओं का भी जमावड़ा लगा रहा. भाजपा विधायक नितिन नवीन, संजीव चौरसिया अमृता भूषण, कमल नोपानी, पूर्व डीजी अशोक कुमार गुप्ता समेत अन्य लाेग पहुंचे हुए थे. यहां बता दें कि गाेपाल खेमका बांकीपुर क्लब के सचिव भी हैं.
…वह अनजान थी पिता की मौत से
वह पिता की मौत से अनजान थी. स्कूल पढ़ने गयी थी. जब स्कूल से छुट्टी हुई तो वह आवास पर पहुंची. आवास पर भारी भीड़ देखी तो एक सवाल उसने पूछा, जिसका जवाब काेई देने की स्थिति में नहीं था.
जी हां, हम गुंजन खेमका की बेटी की बात कर रहे हैं. गुरुवार की दोपहर गुंजन खेमका की जब हत्या हुई तो उसकी बेटी नोट्रेडम में पढ़ने गयी थी. रेड कलर का ड्रेस पहने गुंजन की बेटी जब आवास पर पहुंची तो भीड़ देखकर दंग रह गयी. लेकिन ब वह अंदर गयी तो उसे पता चला कि उसके प्यारे डैडी अब नहीं रहे. परिवार में सबलोग रो रहे थे, इसके बाद वह भी अपनी मां से लिपट कर रोने लगी.
करीबियों ने निभायी लाइनर की भूमिका! : पटना के बड़े कारोबारी गुंजन खेमका की हत्या जिस तरह से हुई है उससे इस बात के संकेत मिलते हैं कि इसमें किसी करीबी का हाथ हैं. क्योंकि पिछले कई दिनों से गुंजन खेमका वैशाली नहीं जा रहे थे. लेकिन गुरुवार को जैसे ही वह घर से निकले, वैसे ही अपराधियों ने मारने की तैयारी कर ली. इससे साफ है कि जब वह घर से निकले तो यह सूचना अपराधियों को मिली. इसमें किसी करीबी ने लाइनर की भूमिका निभायी है. इतना ही नहीं गांधी सेतु से गुंजन के गाड़ी का पीछा किया गया. गुंजन के पहुंचने से पहले शूटर को फैक्ट्री के पास बैठा दिया गया.
औद्योगिक क्षेत्र हाजीपुर में युवा उद्यमी गुंजन खेमका की दिन दहाड़े अपराधियों द्वारा की गयी हत्या पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने खेद एवं रोष व्यक्त किया है. उद्यमी गुंजन खेमका की हत्या पर संवेदना व्यक्त करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केशरी ने कहा कि हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र जैसे व्यस्त जगह पर अत्याधुनिक हथियार से दिन-दहाड़े की गयी हत्या गंभीर चिंता का विषय है.
एसोसिएशन का एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर इस घटना पर अपनी चिंता जतायी तथा अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाने की मांग रखी. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनके कृत्य की सजा दिलायी जायेगी.
बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने गुुरुवार को हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में जीके कॉटन इंडस्ट्रीज के ऑनर एवं हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष गुंजन खेमका की निर्मम हत्या पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन से ठोस कार्रवाई करते हुए हत्या में शामिल अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है. चैंबर ने कहा कि इस घटना से हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया के सभी व्यवसायी काफी विचलित हैं एवं उनमें जान-माल की सुरक्षा की चिंता बढ़ गयी है.

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